राजस्थान के बहुचर्चित भंवरी देवी कांड में आरोपी शहाबुद्दीन ने सरेंडर कर दिया है. इसके बाद यह पेचीदा मामला सुलझने की उम्मीद बढ़ गई है.
भंवरी प्रकरण: अब पड़ा कोर्ट का कोड़ा | सीडी का सच
जोधपुर जिले के जलीवाड़ा गांव के एक उप केंद्र में कार्यरत नर्स भंवरी देवी (36) के लापता होने के मामले में फरार चल रहे मुख्य अभियुक्त शहाबुद्दीन ने जोधपुर की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया.
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पुलिस सूत्रों के अनुसार, अब तक फरार रहे शहाबुद्दीन ने मुख्य मेट्रोपोलियन मजिस्ट्रेट (आर्थिक अपराध) अलका गुप्ता की अदालत में तीसरे पहर बाद आत्मसमर्पण किया. अदालत के आदेश पर पुलिस भंवरी देवी मामले में मुख्य आरोपी शहाबुद्दीन को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल लेकर गई.
पीपाड़ पुलिस थाने के घोषित अपराधी फरार मुख्य आरोपी शहाबुद्दीन का सुराग देने पर पचीस हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि शहाबुद्दीन को स्वास्थ्य की जांच के बाद अदालत में फिर से पेश किया जाएगा. नर्स भंवरी देवी एक सितम्बर से लापता है. इस मामले में मुख्य आरोपी कुख्यात अपराधी शहाबुद्दीन की पुलिस और केन्द्रीय जांच ब्यूरो कई दिनों से तलाश कर रहे थे.
सूत्रों के अनुसार, भंवरी देवी मामले में मुख्य आरोपी शहाबुद्दीन और इस सिलसिले में हाल ही में राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त होने वाले काबीना मंत्री महिपाल मदेरणा के बीच पारिवारिक सम्बध हैं.
जांच में शहाबुद्दीन को मदेरणा के पारिवारिक आयोजनों में कई बार देखे जाने की पुष्टि हुई है. मदेरणा की पत्नी भी शहाबुद्दीन की बेटी के पीपाड में संपन्न विवाह में शामिल हुई थीं. शहाबुद्दीन मूल रूप से चारपहिया वाहनों की खरीदी बिक्री का काम करता है.
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई भंवरी देवी मामले में मुख्य आरोपी शहाबुद्दीन से पूछताछ के लिए अदालत से अनुरोध करेगी. संभावना जताई जा रही है कि शहाबुद्दीन के आत्मसमर्पण करने से इस मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ेगी.
इधर, सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में चार सदस्यीय दल भंवरी देवी मामले में अभियुक्त राजस्थान के बर्खास्त जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा की इस मामले में कथित संलिप्तता के सबूत जुटाने में दो दिन से लगा हुआ है.
गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 14 सितम्बर से लापता नर्स भंवरी देवी के मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया था और सीबीआई ने इस मामले की जांच 11 अक्तूबर से शुरू की है.
विदेशी परफ्यूम और मंहगी कारें रखने की शौकीन भंवरी देवी जोधपुर जिले के जलीवाड़ा गांव के एक उप केंद्र में नर्स के पद पर कार्यरत थी. वह 14 सितंबर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई और अब तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है.
भंवरी देवी के पति अमरचंद नट ने पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा है कि महिपाल मदेरणा तथा उनके साथियों के कहने पर भंवरी देवी का अपहरण किया गया है. नर्स भंवरी देवी उस वक्त सुर्खियों में आयी जब एक सीडी में वह बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा तथा एक विधायक के साथ कथित तौर पर आपत्तिजनक अवस्था में नजर आयी.
बहरहाल, सियासी गलियारों में अटकलों का सैलाब पैदा कर देने वाले इस कांड पर केवल राजस्थान ही नहीं, बल्कि देश की भी निगाहें लगी हुई हैं.