राजस्थान के भंवरी देवी गुमशुदगी का मामला एक नया मोड़ ले रहा है. भंवरी के पति अमरचंद ने अपनी पत्नी के अपहरण की साजिश में अपना हाथ कबूल लिया है.
भंवरी के गांव से एक समुदाय के नेता चतुरानंद सासी ने इस बात की जानकारी दी है कि अमरचंद ने भंवरी के लापता होने की साजिश में खुद के शामिल होने की बात को स्वीकार कर लिया है.
चतुरानंद को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया था. चतुरानंद ने बताया कि उसने अमरचंद को सीबीआई के सामने भंवरी देवी गुमशुदगी में अपना हाथ होने की बात कबूलते सुना है.
उसने बताया कि अमरचंद ने सीबीआई को बताया कि उसने (अमरचंद) सोहन लाल के साथ भंवरी के अपहरण का समझौता किया था. इस बाबत अमरचंद ने 10 लाख रुपये की मांग भी की थी.
चतुरानंद ने यह भी बताया कि अमरचंद ने इस काम के लिए 50 हजार रुपये अग्रिम लिया था और इतना ही रकम उसने अपहरण वाले दिन भी लिया था.
अमरचंद को सीबीआई ने भंवरी देवी अपहरण के मामले में शक के आधार पर जोधपुर से 7 दिसंबर को गिरफ्तार किया था. भंवरी देवी 1 सितंबर से गुमशुदा है. भंवरी के पति ने सीबीआई को यह भी बताया कि उसकी छोटी बेटी के पिता लुनी के विधायक मलखान सिंह है वो (अमरचंद) नहीं.