राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लापता नर्स भंवरी देवी प्रकरण में फंसे राजस्थान के जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा को मंत्रिमण्डल से बर्खास्त कर दिया है.
गहलोत ने मदेरणा को बर्खास्त करने की सिफारिश राज्यपाल शिवराज पाटिल को भेज दी. जानकार सूत्रों ने यह जानकारी दी.
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गहलोत ने शनिवार रात मिलने आये महिपाल मदेरणा को मंत्रीपद से इस्तीफा देने की फिर सलाह दी थी, लेकिन इसके बावजूद इस्तीफा नहीं देने पर रविवार को उन्हें मंत्रिमण्डल से बर्खास्त कर दिया गया.
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जोधपुर जिले में बिलाडा के स्वास्थ्य केन्द्र में काम करने वाली नर्स भंवरी देवी गत एक सितम्बर को संदिग्घ परिस्थितियों में लापता हो गई थी. भंवरी देवी के पति अमर चंद बिलाडा थाने में भंवरी देवी के लापता होने और उसकी गुमशुदगी में राजस्थान के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री महिपाल मदेरणा का हाथ होने संबंधी मामला दर्ज करवाने गये, लेकिन पुलिस ने यह मामला दर्ज नहीं किया.
सूत्रों ने बताया कि मदेरणा ने शनिवार रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात की और उन्हें इस्तीफे देने की सलाह फिर दी गई. राजस्थान उच्च न्यायालय ने भी प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया था और मामले को सुलझाने की सरकार की नियत पर सवाल उठाए.
खंडपीठ ने भंवरी देवी के पति द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण की एक याचिका की सुनवाई करने के दौरान सरकार की नियत पर सवाल खड़ा किया. अदालत ने टिप्पणी की कि सरकार मंत्री को बचाने का प्रयत्न कर रही है और कहा कि यह जिम्मेदारियों से पलायन है. सीबीआई ने 11 अक्तूबर को भंवरी के लापता होने की जांच शुरू की जिसमें मदेरणा के शामिल होने का आरोप लगाया गया.