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भारत बंद का तमिलनाडु में मिलाजुला असर

विपक्ष द्वारा गुरुवार को प्रायोजित राष्ट्रव्यापी बंद का तमिलनाडु में मिलाजुला असर दिखा. सड़कों पर बसें दिखाई दीं और शासकीय कार्यालय व शैक्षिक संस्थान भी खुले रहे लेकिन दुकानें बंद रहीं और ट्रक नहीं चले. वैसे ज्यादातर कर्मचारियों के दफ्तर न पहुंचने से बैंकिंग व बीमा क्षेत्र में कार्य प्रभावित रहा.

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भारत बंद
भारत बंद

विपक्ष द्वारा गुरुवार को प्रायोजित राष्ट्रव्यापी बंद का तमिलनाडु में मिलाजुला असर दिखा. सड़कों पर बसें दिखाई दीं और शासकीय कार्यालय व शैक्षिक संस्थान भी खुले रहे लेकिन दुकानें बंद रहीं और ट्रक नहीं चले. वैसे ज्यादातर कर्मचारियों के दफ्तर न पहुंचने से बैंकिंग व बीमा क्षेत्र में कार्य प्रभावित रहा.

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विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार के बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति देने के निर्णय, डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी व सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडरों की संख्या प्रति परिवार सालाना छह किए जाने के विरोध में इस राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है.

तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), दो वामपंथी दल व अन्य बंद का समर्थन कर रहे हैं. सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) केंद्र के इन फैसलों के विरोध में है लेकिन उसने बंद को समर्थन नहीं दिया है.

डीएमके केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार का प्रमुख घटक है. डीएमके के बंद को समर्थन के निर्णय का स्वागत करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य सचिव डी. पांडियन ने कहा, ‘यह पहला कदम है. हम देखेंगे कि क्या पार्टी तृणमूल कांग्रेस के पदचिन्हों पर चलेगी और उसकी तरह केंद्र से समर्थन वापसी की घोषणा करेगी.’

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पुलिस के मुताबिक किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए राज्यभर में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं.

सरकार ने घोषणा की थी कि स्कूल, कॉलेज सामान्य रूप से खुले रहेंगे लेकिन निजी स्कूलों ने अभिभावकों की राहत के लिए गुरुवार को अवकाश की घोषणा कर दी है.

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