केंद्र सरकार के बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति देने के निर्णय, डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी व सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडरों की संख्या सीमित करने के विरोध में आयोजित देशव्यापी बंद का आंध्र प्रदेश में व्यापक असर दिखा. राज्य के ज्यादातर हिस्सों में आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (एपीएसआरटीसी) की बसें सड़कों पर नहीं उतरीं.
सड़कों पर परिवहन थमा रहा. राज्यभर में हर रोज सड़कों पर दौड़ने वाले चार लाख से ज्यादा ट्रक मध्य रात्रि से ही 24 घंटे के बंद में शामिल हैं. हैदराबाद व अन्य शहरों में ऑटो-रिक्शा चालक भी बंद में शामिल हैं.
हैदराबाद, विशाखापट्नम, विजयवाड़ा, गुंटूर, नेल्लोर, तिरुपति, कुरनूल, करीमनगर व अन्य शहरों के कई हिस्सों में दुकानें, व्यवसायिक प्रतिष्ठान व शैक्षिक संस्थान बंद हैं.
पुलिस ने बसों को रोकने व जबरदस्ती दुकानें बंद कराने की कोशिश कर रहे विपक्ष के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.
हैदराबाद में लगभग सभी स्कूल व कॉलेज बंद हैं. आरटीसी की कुछ बसें चल रही हैं और कुछ तीन पहिया वाहन भी सड़कों पर उतरे हैं.
राजधानी का सबसे बड़ा बस स्टेशन महात्मा गांधी बस स्टेशन (एमजीबीएस) वीरान पड़ा हुआ है. आरटीसी ने सभी जिलों के लिए बस सेवाएं स्थगित कर दी हैं. पुलिस की सुरक्षा में केवल कुछ बसें ही चल रही हैं.
मुख्य विपक्षी दल तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) बसों को बाहर निकलने से रोकने के लिए गुरुवार तड़के से ही एपीएसआरटीसी के विभिन्न डिपो पर घेराबंदी किए हैं.
गिरफ्तार किए गए लोगों में तेदेपा नेता व हैदराबाद के पूर्व महापौर टी. कृष्णा रेड्डी, भाकपा के राज्य सचिव के. नारायणा व माकपा नेता पी. मधु शामिल हैं. इन सभी को एमजीबीएस पर विरोध-प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किया गया.
उस्मानिया विश्वविद्यालय ने अपनी सभी परीक्षाएं व पीएचडी में प्रवेश स्थगित कर दिए हैं. अन्य विश्वविद्यालयों ने भी बंद के मद्देनजर परीक्षाएं स्थगित की हैं.