बिहार में खरीफ फसल के अंतर्गत धान की उत्पादकता बढ़ाने के लिये इस वर्ष पांच लाख एकड़ भूमि में संकर धान की 13 किस्मों का प्रत्यक्षण (पारंपरिक बीज की जगह संकर किस्म की बुवाई) किया जाएगा.
बिहार राज्य कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राज्य वर्ष 2011-12 में खादयान्न उत्पादन बढाने के लिये बीज उत्पादन वितरण पर बल दे रहा है और राज्य के 245 प्रक्षेत्रों में इस वर्ष बीज का उत्पादन किये जाने की योजना है.
खरीफ में धान, मक्का एवं अरहर बिहार की मुख्य फसलें हैं. इनके लिए अलग-अलग रणनीति तैयार की गयी है.
आने वाले खरीफ मौसम में 35.50 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई का लक्ष्य है. धान की संकर किस्म अधिकतर मध्यम अवधि वाली हैं तथा इनकी उत्पादकता सामान्य किस्मों से अधिक है तथा यह धान वाले फसल चक्र के लिए अधिक उपयुक्त है.
प्रगतिशील किसानों द्वारा इस तकनीक को अपनाया जा रहा है और प्रत्येक्षण के लिए किसानों को मात्र बीज क्रय के लिए सहायता के रूप में अधिकतम 1200 रूपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा.
बिहार सरकार प्रदेश में धान की उत्पादकता को बढाने के लिए श्रीविधि से खेती करने के लिए भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है क्योंकि इससे उत्पादकता में दोगुनी से तीन गुनी तक वृद्धि हासिल होती है.