बिहार के जहानाबाद के राजा बजार स्थित एक निर्माणाधीन मकान में काम कर रहे 10 मजदूरों की सोमवार की देर रात विषाक्त सत्तू खाने से मौत हो गई जबकि तीन लोग अब भी बीमार बताए जा रहे हैं.
इधर, सरकार ने मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ब्यासजी ने मंगलवार को बताया कि सरकार ने मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये देने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा कि मृत मजदूरों के आश्रितों को बिहार शताब्दी असंगठित क्षेत्र कामगार एवं शिल्पकार सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत एक-एक लाख रुपये तथा आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे. जहानाबाद के पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने मंगलवार को बताया कि दौलतपुर में एक मकान का निर्माण कार्य चल रहा था.
कार्य समाप्त होने के बाद मजदूरों ने एक दूकान से सत्तू खरीदकर खाया. सत्तू खाने के बाद ही सभी मजदूरों की स्थिति बिगड़ने लगी. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने सभी मजदूरों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया. सदर अस्पताल में ही पांच लोगों की मौत हो गई जबकि पटना ले जाते वक्त पांच और लोगों की मौत रास्ते में हो गई. शेष तीन लोगों का इलाज पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है.
जहानाबाद के सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. के. क़े राय ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह विशाक्त भोजन का मामला लगता है, वैसे सत्तू में जहरीला पदार्थ मिले होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता.
अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) रामनिरंजन सिंह ने मंगलवार को बताया कि जिस दूकान से सत्तू को खरीदा गया था उसके सत्तू को जब्त कर लिया गया है तथा उसकी जांच करवाई जायेगी. मजदूर धनाडिहरी, सैदपुर, चखालिसपुर, चंधरिया और कसई गांव के निवासी बताये जा रहे हैं. पुलिस पूरे मामले की छानबीन प्रारंभ कर दी है.