बिहार में अमन चैन कायम रखने और अपराधियों पर अंकुश लगाने में पुलिस महकमे के योगदान की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों का जो भरोसा कायम हुआ है उसे बरकरार रखने की जरूरत है.
गांधी मैदान में पुलिस पुरस्कार वितरण समारोह में नीतीश ने कहा, ‘पुलिस की सजगता के कारण बिहार में अमन चैन कायम रखने और अपराधियों पर अंकुश लगाने में सफलता मिली है. पुलिस के प्रति लोगों का जो भरोसा बना है उसे बरकरार रखना भी एक चुनौती है. इसको कर्तव्यपरायणता, मानवाधिकार के प्रति सम्मान और कानून प्रदत्त शक्तियों से बीते पांच वर्षों के दौरान पुलिस का मनोबल बढ़ा है.’ उन्होंने कहा कि 10 जिलों में अनुसूचित जाति-जनजाति पुलिस थाने काम कर रहे हैं. महिला थाने और नदी थाने खोले जा रहे है. कम्युनिटी पुलिसिंग सहित हर तरफ हमारा जोर रहेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार पुलिस को वर्ष में एक बार पुलिस सप्ताह मनाना चाहिए. इसी प्रकार तारीख तय कर बिहार सैन्य पुलिस और होमगार्ड का भी साल एक बार सप्ताह मनाया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने पुरस्कार वितरण समारोह में 35 नागरिकों और 406 पुलिसकर्मियों को कानून व्यवस्था बनाये रखने में अदम्य साहस और बहादुरी दिखाते हुए विभिन्न प्रकार के आपराधिक वारदातों को रोकने के लिए पुरस्कृत किया.
{mospagebreak} नीतीश ने कहा कि बिहार सरकार पुलिस के आधुनिकीकरण के प्रति कृतसंकल्प है और इसके लिए कई काम किये जा रहे हैं. पुलिस को चुस्त दुरूस्त बनाने में साधन और संसाधन, प्रशिक्षण की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने पुलिस मुख्यालय को निर्देश दिया कि वह आधुनिकीकरण के लिए जरूरतों का सही मूल्यांकन कर गृह विभाग को अवगत कराये. इसके लिए धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. अधिक से अधिक बिहार पुलिस प्रशिक्षण केंद्र और पुलिस अकादमी की स्थापना की जाएगी.
नीतीश ने कहा कि सरकार चाहती है कि पुलिस की शक्तियों का विस्तार होना चाहिए और आबादी पर पुलिसकर्मियों का अनुपात राष्ट्रीय मानक के अनुरुप होना चाहिए. प्रदेश में अभी पुलिसकर्मियों की औसत आयु 38 वर्ष है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने हर वर्ष 10 हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती का फैसला किया है.
नीतीश कुमार ने कहा कि सेवानिवृत्ति के कारण रिक्त और बैकलाग रिक्तियों सहित जरूरत के हिसाब से यदि भर्ती की जाए तो हर वर्ष 14 से 15 हजार पुलिसकर्मियों की नियुक्ति बिहार में करनी पड़ेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में हमने बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ मानव संसाधन विकास पर जोर दिया है, जिससे पूरे राज्य का सर्वागीण विकास हो सके.