बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मामले में केंद्र का रुख जगजाहिर है और लोकतांत्रिक ढंग से इसके लिए वह दबाव जारी रखेंगे.
नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात करने के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को विशेष दर्जा देने की मांग को उन्होंने उनके समक्ष प्रमुखता से रखा. उन्होंने कहा कि इस मामले में केंद्र का रुख जगजाहिर है. लोकतंत्र में मांगे बार बार उठाते रहना पड़ता है. इस मांग को वह लगातार केंद्र के समक्ष उठाते रहेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में सार्वजनिक क्षेत्र का निवेश भी बहुत कम हुआ है. हमेशा बाढ़ और सूखा जैसी प्राकृतिक आपदाएं सूबे में आती रहती हैं. ऐसे में विशेष दर्जा बहुत जरूरी है और इससे निजी निवेश बढ़ेगा.
मुख्यमंत्री ने नेपाल के राष्ट्रपति रामबरन यादव से मुलाकात को अच्छा बताया. नीतीश ने कहा, ‘नेपाल के राष्ट्रपति ने उन्हें अपने देश आने का न्यौता दिया है. नेपाल और बिहार की समस्याएं एक जैसी है और केंद्र से विचार विमर्श के बाद वह विशेषज्ञों के साथ वहां बाढ़ जैसी समस्या के निदान की योजना तैयार करने के लिए वहां जाएंगे.’