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बिहार के कोटे का खाद दूसरे राज्यों को दिया गयाः नीतीश

केंद्र सरकार पर बिहार के हितों के साथ बार बार कुठाराघात करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस प्रकार के ताजा उदाहरण में सूबे के दो महीने के खाद के कोटे को दूसरे राज्यों को दे दिया गया जिससे यहां के किसानों को भारी कठिनाई हुई.

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नीतीश कुमार
नीतीश कुमार

केंद्र सरकार पर बिहार के हितों के साथ बार बार कुठाराघात करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस प्रकार के ताजा उदाहरण में सूबे के दो महीने के खाद के कोटे को दूसरे राज्यों को दे दिया गया जिससे यहां के किसानों को भारी कठिनाई हुई.

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मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘बिहार के दो महीने के कोटे का आयातित यूरिया महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों को दे दिया गया जिससे राज्य के किसानों को भारी दिक्कत हुई.’ उन्होंने कहा कि राजग के सांसदों ने खाद के इस विषय को प्रमुखता से संसद में उठाया और कृषि मंत्रालय को सारे दस्तावेज के साथ तथ्य दिये गये तो केंद्र सरकार ने इस गलती को स्वीकार कर लिया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इस बार सूखे जैसी स्थिति नहीं है और धान तथा मक्के का आच्छादन बहुत हुआ है इसलिए यहां खाद की मांग बढी है. अब कोटे का खाद बिहार को मिलेगा तो स्थिति में सुधार होगा.

उन्होंने कहा कि केंद्र की ओर से बिहार के साथ क्षण क्षण हर पल हितों पर कुठाराघात होता है.

सोन नदी के कारण निचले और तटवर्ती इलाकों में बाढ जैसी स्थिति पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘बाढ के कारण फंसे हुए लोगों को निकाला गया है और कुछ लोग जो नदी के बीच के टीलों पर फंस गये हैं उन्हें निकाला जा रहा है.’ उन्होंने कहा कि सोन नदी में बाणसागर जलाशय से छोडे जाने वाले 10 हजार क्यूसेक जल की मात्रा परसों बढकर आठ लाख क्यूसेक हो गयी इसलिए नदी के किनारे बसे इलाकों में पानी प्रवेश कर गया.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी में जलस्तर बढोतरी के कारण जिन इलाकों में पिछले दिनों बाढ आयी थी वहां फिर से बाढ के हालात उत्पन्न हो गये हैं. आपदा प्रबंधन विभाग तेजी से राहत कार्य चला रहा है.

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