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विद्वेष फैलाने पर तत्कालीन केंद्र सरकार रही मूकदर्शक: अनिल शास्त्री

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल शास्त्री ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में तत्कालीन नरसिंह राव सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 18 साल पहले जब विश्व हिंदू परिषद, भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिंसा और विद्वेष फैला रहे थे, तब केन्द्र सरकार मूक दर्शक बनी हुई थी.

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कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल शास्त्री ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में तत्कालीन नरसिंह राव सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 18 साल पहले जब विश्व हिंदू परिषद, भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिंसा और विद्वेष फैला रहे थे, तब केन्द्र सरकार मूक दर्शक बनी हुई थी.

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कांग्रेस के मुखपत्र ‘संदेश’ के संपादक अनिल शास्त्री ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर तत्कालीन सरकार के खिलाफ अपनी भड़ास निकाली. शास्त्री ने कहा कि राष्ट्र ने इसके दोषियों को अभी तक माफ नहीं किया है.

उन्होंने ट्विट किया, ‘‘आज के दिन 18 साल पहले जब वीएचपी, आरएसएस और भाजपा ने हिंसा और विद्वेष फैलाने में मुख्य भूमिका निभाई थी, तब भारत सरकार मूक दर्शक बनी हुई थी. राष्ट्र ने अभी तक दोषियों को माफ नहीं किया है.’’ गौरतलब है कि छह दिसंबर, 1992 के दिन बाबरी मस्जिद को ढहा दिया गया था. घटना के समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और नरसिंह राव प्रधानमंत्री थे.

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