विदेशी बैंकों में जमा काले धन के मुद्दे को फिर गरमाते हुए बीजेपी ने कहा कि वह ‘कुछ चुने हुए बेईमानों’ की करीब 21 लाख करोड़ रुपये की इस अनुमानित दौलत को देश में वापस लाकर जनकल्याण के कामों में लगाना चाहती है.
'विदेशों से लाकर रहेंगे काला धन'
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने इंदौर में एक धार्मिक यात्रा के सिलसिले में आयाजित सभा में कहा, ‘देश के कुछ चुने हुए बेईमानों ने गरीबों का करीब 21 लाख करोड़ रुपये का काला धन विदेशी बैंकों में रखा है. मैं आपको वचन देता हूं कि हम यह पैसा फिर से देश में लाना चाहते हैं.’
कई घोटालों का दिया हवाला
नितिन गडकरी ने दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन में हुए घपले, 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले और कोल ब्लॉक आवंटन मामले का हवाला देते हुए कहा, ‘अगर इन तीन घोटालों और विदेशी बैंकों में जमा काले धन का हिसाब लगाया जाये, तो देश की गरीब जनता के कुल 25 लाख 38 हजार करोड़ रुपये गायब हो चुके हैं.’ गडकरी ने विदेशी बैंकों में जमा काले धन को वापस लाने के फायदे भी गिनाये. उन्होंने कहा कि इस धन से 20 करोड़ गरीबों के मकान बन सकते हैं, हर गांव में सीमेंट.कांक्रीट की सड़कों का निर्माण हो सकता है और निर्धनों को आधुनिक अस्पतालों की सुविधाएं मिल सकती हैं.
धन वापसी से महंगाई घटकर आधी रह जाएगी
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘विदेशी बैंकों में जमा काला धन वापस लाने से 25 करोड़ नौजवानों को रोजगार मिल सकता है. इस धन से गांवों को 24 घंटे बिजली मिल सकती है और महंगाई घटकर आधी हो सकती है.’ उन्होंने कहा, ‘हम वचन देते हैं कि भाजपा विदेशी बैंकों में जमा काला धन वापस लायेगी, भ्रष्टाचार को रोकेगी और महंगाई को पूरी तरह समाप्त करेगी, ताकि भय, भूख और आतंक से मुक्त भारत का निर्माण हो सके.’
इससे पहले, गडकरी शहर के क्षेत्र क्रमांक-एक के बीजेपी विधायक सुदर्शन गुप्ता की निकाली गयी ‘चुनरी यात्रा’ में पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ शामिल हुए. यह यात्रा ‘काला धन वापस लाओ, देश बचाओ’ के नारे के साथ निकाली गयी, जिसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया.