उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) ने रविवार को कहा कि आगामी नौ अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की महारैली में जिस तरह से बड़ी संख्या में किराए की भीड़ लाने के लिए बसों और ट्रेनों की व्यवस्था हो रही है उससे यही लगता है कि रैली में काला धन इस्तेमाल किया जा रहा है.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने एक बयान जारी कर कहा कि बसपा मुख्यमंत्री मायावती ने अपने राज में समाज के किसी वर्ग का भला नहीं किया. वकील, व्यापारी, किसान, शिक्षक, मुस्लिम, नौजवान सभी उनके उत्पीड़न के शिकार हुए. अब जब सत्ता गई तो उन्हें चिंता हुई. अपने कारनामे छुपाने के लिए 9 अक्टूबर को महारैली हो रही है जिसमें लूट के माल को काला सफेद करने का भी धंधा चलेगा.
चौधरी ने आरोप लगाया कि जिस तरह से बड़ी संख्या में किराए की भीड़ लाने के लिए बसों और ट्रेनों की व्यवस्था हो रही है उससे यही लगता है कि रैली में काला धन इस्तेमाल किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार प्रदेश की जनता को भ्रष्टाचार मुक्त शासन-प्रशासन देने के लिए वह प्रतिबद्ध है. इसिलए जो काली कमाई के बल पर शांति व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेंगे उन पर सख्त कार्यवाही होगी. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहले भी कह चुके हैं कि अब अपराधियों की जगह जेल होगी.
चौधरी ने कहा कि बसपा की महारैली में अपराधियों की भीड़ लाई गई तो उन पर कड़ी नजर रखी जाएगी. राजधानी की कानून व्यवस्था हर हाल में बनाए रखी जाएगी। बसपा को रैली के नाम पर जनता के लिए मुसीबतें पैदा करने की कतई छूट नहीं मिलेगी.