भाजपा के नेतृत्व वाले राजग ने काले धन के खिलाफ न सिर्फ रामदेव के प्रदर्शन में हिस्सा लिया बल्कि संसद में भी इस मुद्दे पर कार्यवाही बाधित की. उनकी मांग थी कि सरकार विदेश में जमा काले धन को स्वदेश लाने के लिए समयबद्ध योजना का ऐलान करे.
भाजपा और शिवसेना के सदस्यों ने इस मुद्दे पर संसद में हंगामा किया, जिससे लोकसभा और राज्यसभा दोनों की ही कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी.
राज्यसभा में राजग सदस्यों के साथ अन्नाद्रमुक ने भी इस मुद्दे पर विरोध दर्ज कराया. ‘काला धन वापस लाओ, वापस लाओ वापस लाओ’ जैसे नारे दोनों सदनों में लगे.
उच्च सदन में भाजपा के वेंकैया नायडू ने यह मुद्दा शून्यकाल के दौरान उठाया. उन्होंने इस मुद्दे पर सरकार की ओर से उठाये गये ठोस कदमों के बारे में बयान की मांग की.
भाजपा के अन्य सदस्यों ने वेंकैया की बात का समर्थन किया. वेंकैया ने कहा कि समयबद्ध योजना के तहत काला धन स्वदेश वापस लाया जाना चाहिए.
नायडू ने रामदेव के संसद मार्च का भी जिक्र किया. पीठासीन अध्यक्ष पी जे कुरियन ने सदस्यों से शांत रहने की अपील की.
उन्होंने कहा कि यदि उचित नोटिस दिया जाता तो इस विषय पर चर्चा हो सकती थी और उसी समय सरकार भी विस्तृत जवाब दे सकती थी.
केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी, राजीव शुक्ला और वी नारायणसामी ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है और इसी दौरान वह बताएगी कि इस मुद्दे पर क्या कदम उठाये गये हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर पहले ही श्वेत पत्र ला चुकी है लेकिन वेंकैया ने श्वेत पत्र को ‘कोरा कागज’ करार दिया.
सरकार के जवाब से असंतुष्ट भाजपा एवं अन्नाद्रमुक सदस्य लगातार नारेबाजी करते रहे, जिससे सदन की बैठक पहले दस मिनट के लिए और फिर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.
राज्यसभा में भाजपा की नजमा हेपतुल्ला ने इस बात पर नाराजगी जतायी कि जब संसद सत्र चल रहा है तो इस बारे में वित्त मंत्री पी चिदंबरम सदन से बाहर क्यों बयान दे रहे हैं.
वेंकैया ने कहा कि यह एक ज्वलंत मुद्दा है और जनता इस तरह के हालात से काफी हताश है. ‘सरकार ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. उसका श्वेत पत्र कोरा कागज है. काले धन को वापस लाने के लिए कोई कार्ययोजना नहीं है.’
भाजपा नेता की बात से सहमत होते हुए कुरियन ने कहा कि वेंकैया ने बहुत ही गंभीर बात उठायी है. आसन भी इससे सहमत है. यह बडा मुद्दा है.
‘मैं चाहूंगा कि वरिष्ठ नेता (नायडू) नोटिस दें और फिर उस पर विचार किया जाएगा.’
सदन में भाजपा के उपनेता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि विदेश में जमा काले धन को देश में वापस लाने के लिए समयसीमा तय हो. उन्होंने कहा, ‘सरकार संसद में क्यों नहीं कहती कि वह एक निर्धारित समय के भीतर काला धन वापस लाएगी.’
संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने प्रसाद का प्रतिवाद करते हुए सवाल किया कि जब छह साल राजग सत्ता में थी तो उसने क्या किया था.
लोकसभा में यह मुद्दा भाजपा के हरिन पाठक ने उठाया. उन्होंने मांग की कि उन्हें काले धन का मुद्दा उठाने की अनुमति दी जाए लेकिन अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि वह शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा केवल राजनाथ सिंह (भाजपा) और गुरूदास दासगुप्ता (भाकपा) को उठाने की अनुमति देंगी.