मास्को के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर किए गए आत्मघाती हमले के पीछे रूस के अशांत उत्तरी कॉकेशस क्षेत्र से जुड़ी ‘ब्लैक विडो’ का हाथ हो सकता है. पुलिस उन चार लोगों की तलाश कर रही है जो विस्फोटकों के साथ घुसे थे.
दोमोदेदोवो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर धमाके में दो ब्रिटिश नागरिक, एक जर्मन, एक बुल्गारियाई नागरिक समेत 35 लोगों के मारे जाने और 178 अन्य के घायल होने के एक दिन बाद राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव सुरक्षा विफलता के लिए हवाई अड्डा प्रबंधन पर जमकर बरसे.
सरकारी ‘रसिया 24 टीवी’ चैनल से मेदवेदेव ने कहा, ‘दोमोदेदोवो हवाई अड्डे के प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. पूर्व में इसी तरह की घटना के बाद उचित कानून पारित किया था. स्पष्ट है कि कुछ चूक हुई है. हमें इसकी जांच करनी होगी.’ रूस के राष्ट्रपति ने विश्व आर्थिक मंच की बैठक में हिस्सा लेने के लिए की जाने वाली अपनी यात्रा स्थगित कर दी. वहां शुरूआती सत्र में मेदवेदेव मुख्य वक्ता थे. क्रेमलिन ने कहा कि मेदवेदेव की अब भी जाने की योजना है.
इस बीच, इंटरफैक्स संवाद समिति ने कहा कि जांच अधिकारियों ने जिन प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की है उनमें से एक ने कहा है कि उसने देखा कि कैसे काली पोशाक पहने एक महिला के सामान में रखा विस्फोटक फटा.{mospagebreak}
एजेंसी ने एक अनाम सूत्र के हवाले से बताया, ‘प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि काले रंग की पोशाक पहने एक युवा महिला के बैग या सूटकेस में विस्फोटक रखा था. वह उसके बगल में ही मौजूद थी.’ एजेंसी ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियां काकेशस के मारे गए आतंकवादियों की ‘ब्लैक विडोज’ की तलाश कर रही हैं. मास्को मेट्रो स्टेशन पर मार्च 2010 में किए गए दोहरे विस्फोटों समेत पिछले सभी आतंकवादी हमलों को इन्हीं लोगों ने अंजाम दिया है.
रसिया चैनल के अनुसार पुलिस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुए विस्फोट के सिलसिले में चार संदिग्धों की तलाश कर रही है. टेलीविजन चैनल ने कहा, ‘उन्हें सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है.’ चैनल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा जांच के अभाव के कारण आतंकवादी विस्फोटकों के साथ घुसने में कामयाब रहे.
कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने रसिया टेलीविजन चैनल से कहा कि विस्फोट को अंजाम देने से पहले उसने चिल्लाकर कहा था, ‘मैं तुम सब को मार डालूंगा.’ उप स्वास्थ्य मंत्री मैक्सिम टोपिलिन ने कहा कि घायलों में से 48 की हालत गंभीर है. पांच पीड़ितों के शवों की पहचान की जा चुकी है.