आगरा के एक निजी अस्पताल के स्वागत कक्ष के बाहर शनिवार शाम एक बम धमाका हुआ जिसमें तीन लोग घायल हो गए.
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि 70 बिस्तरों वाले जय अस्पताल में हुए इस बम धमाके के पीछे आतंकवादियों का हाथ है या फिर यह किसी आपराधिक समूह की करतूत है. गौरतलब है कि यह अस्पताल ताजमहल से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.पहले की खबरों में बताया गया था कि धमाके में छह लोग घायल हुए.
तस्वीरों में देखें ताजनगरी में हुआ धमाका
पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है जिसमें किसी मरीज के तीमारदार का हाथ होने या अस्पताल के कर्मचारियों से किसी के रंजिश होने की बात भी शामिल है.
आगरा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पी. के. तिवारी ने कहा कि प्रथम दृष्ट्या पता चलता है कि धमाका विस्फोटक से हुआ. यह कम क्षमता वाला बम था. घटनास्थल से बैटरी और तारों के टुकड़े मिले हैं. उन्होंने कहा कि आगरा के विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम विस्फोट स्थल से प्राप्त सामग्रियां ले गई है और जांच के बाद रविवार को पता चल पायेगा कि इसमें किस रसायन का इस्तेमाल हुआ.
आगरा धमाका: सामान्य हो रही है शहर की स्थिति
तिवारी ने कहा कि विस्फोट में तीन लोग घायल हुए हैं जिनका सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पुष्पांजलि अस्पताल में भेज दिया गया है.इस धमाके के बाद ताजमहल और इसके आसपास के इलाके में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है.
शाम 5.45 मिनट पर हुए इस धमाके के कारण अस्पताल के स्वागत कक्ष की खिड़कियों के कांच टूट गए. यहां पर दस से पंद्रह लोग स्टील की कुर्सियों पर बैठे हुए थे. तिवारी ने कहा कि धमाके के मकसद का पता फिलहाल नहीं चल पाया है और यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि इसे आतंकवादियों ने अंजाम दिया है.
दूसरी तरफ, तिवारी ने धमाके के लिए टिफिन का इस्तेमाल किए जाने की संभावना को भी खारिज कर दिया और कहा कि टिफिन किसी मरीज के परिजन का हो सकता है. उन्होंने कहा कि टिफिन में कुछ भी नहीं मिला है.
तिवारी से जब पूछा गया कि क्या अस्पताल को खाली कराया गया है और कैंट इलाके में बम मिला है तो उन्होंने कहा कि यह सब अफवाह है. उन्होंने जनता से अपील की कि किसी भी संदिग्ध वस्तु को देखने पर वह पुलिस को सूचित करें और अफवाहों से सावधान रहें.
दिल्ली के आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि ऐसा मालूम पड़ता है कि धमाके के लिए आईईडी का इस्तेमाल किया गया है. दुर्घटनास्थल पर फोरेंसिक और एनएसजी का दल पहुंच चुका है.
गौरतलब है कि आगरा में 24, 25 और 26 सितम्बर को उत्तर भारत की सबसे बड़ी राम बरात ‘जनकपुरी उत्सव’ का आयोजन होने वाला है जिसको लेकर आगरा की सुरक्षा-व्यवस्था पहले से ही कड़ी कर दी गई थी.