लेह में चीन द्वारा अतिक्रमण किए जाने की मीडिया में आयी खबरों को केंद्र ने निराधार बताया और कहा कि देमचौक क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर भारत और चीन की धारणा में अंतर है.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार ने उन मीडिया रिपोर्टों को देखा है जिनमें जम्मू कश्मीर में लेह जिले के देमचौक क्षेत्र में चीनी सैनिकों के अतिक्रमण का आरोप लगाया गया है. ये खबरें निराधार हैं और तथ्यों के अनुरूप नहीं हैं.
मंत्रालय ने कहा कि ऐसे में चिंता की कोई बात नहीं है. यह याद रखा जाना चाहिए कि उस क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर भारत और चीन की धारणा में अंतर है.
लेह के उपायुक्त टी आंगचुक के हवाले से मीडिया की एक खबर में कहा गया था कि चीनी सैनिकों ने पिछले साल अक्तूबर में एक निर्माण कार्य पर आपत्ति की थी. यह मामला सीमा की निगरानी करने वाले आईटीबीपी और सेना दोनों के समक्ष लाया गया लेकिन उन्होंने हमें निर्माण कार्य रोकने को कहा.
एक आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार चीनी सैनिक जम्मू कश्मीर के देमचौक क्षेत्र के गोमबीर इलाके में घुस आए और असैनिक श्रमिकों को धमकी दी. सैनिकों में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के लोग भी थे और वे मोटरसाइकिल पर सवार थे.