संघ परिवार ने विकीलीक्स के खुलासे पर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को भारत की समस्याओं से अनजान एक ऐसा ‘नादान’ व्यक्ति बताया है, जिसके ‘गैर-जिम्मेदाराना’ बयान से आतंकवाद के खिलाफ देश की लड़ाई से समझौता हुआ है.
वहीं दूसरी ओर राहुल ने सफाई देते हुए कहा कि वे हर तरह के आतंकवाद और सांप्रदायिकता को भारत के लिए खतरा मानते हैं और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसने यह कार्रवाई की.
भाजपा प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम राहुल के बयान की निन्दा करते हैं. यह काफी गैर-जिम्मेदाराना है. बयान सार्वजनिक हो गया है और अमेरिकी सरकार ने न तो इसकी पुष्टि की है और न ही खंडन, इसलिए इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता.’’ उन्होंने कहा कि राहुल ने इस गैर-जिम्मेदाराना बयान से पाकिस्तान की धरती से गतिविधियां चला रहे आतंकी संगठनों और वहां के सरकारी प्रतिष्ठानों के दुष्प्रचार पर मुहर लगाने की कोशिश की है.
संघ के वरिष्ठ नेता राम माधव ने कहा, ‘‘यह काफी शर्मनाक है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से जेहादी आतंकियों का समर्थन करने और हिन्दुओं को आतंकी के रूप में पेश करने की होड़ लगी है. इस होड़ में स्थापित राजनयिक सीमाओं को भी लांघा जा रहा है.’’{mospagebreak}
उधर कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी के मुताबिक राहुल का मानना है कि हर तरह का आतंकवाद और सांप्रदायिकता भारत के लिए खतरा है और हमें आतंकवाद की हर तरह की गतिविधि के खिलाफ चौकस रहना है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसने यह कार्रवाई की.’’