बिहार पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने रणवीर सेना के मुखिया ब्रह्मेश्वर सिंह मुखिया की हत्या के मामले में सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक के एक करीबी सहयोगी को गिरफ्तार किया है.
बुधवार को पुलिस ने यह जानकारी दी. जानकारी के मुताबिक एसआईटी ने मंगलवार देर रात झारखण्ड के जमशेदपुर से जनता दल युनाइटेड के विधायक सुनील पांडे के एक करीबी सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस अधिकारी ने बताया, 'गिरफ्तार शख्स को पूछताछ के लिए बिहार लाया गया है. यह इस मामले में मिली बड़ी सफलता है.' हालांकि उन्होंने और अधिक जानकारी देने से मना कर दिया. दो दिन पूर्व एसआईटी ने इस मामले में भोजपुर जिले के कई गांवों से सात लोगों को गिरफ्तार किया था.
ब्रह्मेश्वर सिंह की उम्र 70 वर्ष के आसपास थी. आरा शहर के पास शुक्रवार सुबह अज्ञात बंदूकधारियों ने उनकी गोली मार कर हत्या कर दी. उन्होंने वर्ष 1994 में रणवीर सेना की स्थापना की थी. रणवीर सेना अगड़ी जाति का प्रतिबंधित संगठन है, जो कई नरसंहारों में शामिल रहा है. हत्या की वजह से आरा में बड़े पैमाने पर आगजनी और हिंसा की घटनाएं हुई थीं. यहां तक की शनिवार को ब्रह्मेश्वर की शवयात्रा के दौरान भी समर्थक कई हिंसक घटनाओं में लिप्त थे.
एसआईटी ने मंगलवार रात जमेशदपुर में एक घर पर छापा मारा और विधायक सुनील पांडे के एक करीबी सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, 'एसआईटी को उसके पास से महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है.'
रणवीर सेना के मुखिया की हत्या के मामले में अपराधी से राजनीतिज्ञ बने पांडे कथित तौर पर षड्यंत्रकारी है लेकिन पुलिस और एसआईटी ने उन्हें अधिकारिक रूप से नामित नहीं किया है. पांडे को पटना में न्यूरोसर्जन के अपहरण में दोषी पाया गया, जिसके बाद उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.