पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में मंगलवार रात एक पुरानी इमारत के गिरने से कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए. दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने इस घटना और क्षेत्र के जीर्ण शीर्ण ढांचों की जांच के आदेश दे दिये हैं.
इस इमारत में 40-50 लोग रहते थे. पुलिस ने बताया कि यह घटना तकरीबन आठ बजे चांदनी महल इलाके में हुई जिसने पिछले नवंबर में पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मीनगर में मकान ध्वस्त होने की घटना की याद ताजा कर दी जिसमें 70 से अधिक लोग मारे गए थे.
अस्पताल और पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि चार महिलाओं सहित पांच लोगों को मृत अवस्था में लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल लाया गया जबकि 25 लोग घायल हो गए हैं जिनका उपचार चल रहा है. पुलिस ने कहा कि नजदीक में हो रहे एक निर्माण कार्य के प्रभाव में आकर यह इमारत ध्वस्त हुई.
एक वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी ने कहा कि पहले एक निर्माणाधीन इमारत गिरी जिसके प्रभाव में आकर यह बहुमंजिला इमारत भी ध्वस्त हो गई. दुर्घटना एक संकरे रास्ते में हुई जिसके कारण राहत और बचाव कार्य बाधित हुआ. दूसरी तरफ, घटनास्थल पर काफी मलबा बिखरा हुआ है.
बहरहाल, नगर निकाय की स्थायी समिति के अध्यक्ष योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा कि एमसीडी अध्यक्ष के एस मेहरा को इस घटना की जांच करने और समिति के समक्ष रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कई पुराने एवं जीर्ण शीर्ण मकान भी हैं. स्थानीय निवासी भी काफी संख्या में दुर्घटनास्थल पर जमा हो गए और उन्होंने बचाव कार्य में हाथ बंटाया.
उधर, दुर्घटना के कारण आस-पास की इमारतों पर प्रभाव पड़ने की आशंका के कारण पुलिस ने इनमें रह रहे निवासियों को बाहर निकाल लिया है. अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, दिल्ली पुलिस, अग्निशमन दल और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकार बचाव एवं राहत कार्य में मदद कर रहे हैं.