अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि लीबिया में कार्रवाई का दारोमदार अकेले अमेरिका पर नहीं होना चाहिये और लीबिया में किसी भी तरह के मानवीय संकट को उत्पन्न होने से रोकने के लिये अन्य बड़े देशों को अपने प्रयासों में तेजी लानी चाहिये.
राष्ट्र को संबोधित करते हुये ओबामा ने कहा, ‘हमें कार्रवाई करने से भयभीत नहीं होना चाहिये, लेकिन कार्रवाई का दारोमदार केवल अमेरिका पर नहीं हैं.’ उन्होंने देशवासियों के सामने स्पष्ट करते हुये कहा कि लीबिया में अकेले अमेरिका द्वारा सैन्य अभियान चलाने की जगह वह चाहते थे कि अमेरिका अंतरराष्ट्रीय सैन्य गठबंधन का नेतृत्व करे.
ओबामा ने कहा, ‘लीबिया में हमारा काम सामूहिक कार्रवाई के लिये अंतरराष्ट्रीय सहमति बनाना है क्योंकि अमेरिकी नेतृत्व इसे अकेले अंजाम नहीं देना चाहता और न ही यह चाहता है कि इसका पूरा वजन सिर्फ वह ही उठाए.’ {mospagebreak}
उन्होंने कहा कि वास्तविक नेतृत्व वह है जो ऐसा माहौल और गठबंधन बनाए जिसमें सब समान कदम उठाएं, सभी मिलकर जिम्मेदारी लें और इसकी कीमत भी मिलकर चुकाएं. और यह भी सुनिश्चित करें कि न्याया और मानवीय गरिमा की रक्षा की जाए. ऐसा नेतृत्व ही हम दर्शाना चाहते हैं.
ओबामा ने कहा कि ऐसा समय भी होगा जब अमेरिका की सुरक्षा को प्रत्यक्ष तौर पर खतरा नहीं होगा लेकिन उसके मूल्यों और हितों को खतरा होगा. उन्होंने कहा, ‘इतिहास में कभी कभी ऐसे मौके आते है जब सम्पूर्ण मानवता और देशों की सुरक्षा को खतरा पैदा होता है. उदाहरणस्वरूप प्राकृतिक आपदा का मुकाबला करते वक्त या नरसंहार को रोकने और शांति को बनाये रखने, क्षेत्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने और वाणिज्य की गति को बनाये रखने के समय.’