राष्ट्रमंडल खेलों की कुछ परियोजनाओं में कथित अनियमितता के लिये कैग द्वारा आलोचना किये जाने के तीन हफ्ते बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने रिपोर्ट के तथ्यों पर सवाल उठाये और दावा किया कि महालेखापरीक्षक ने उन्हें दोषी नहीं ठहराया.
दीक्षित ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘जो भी आरोप लगाये गये वे पूरी तरह गलत थे.’’ दिल्ली विधानसभा का सोमवार से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र में रणनीतियों को अंतिम रूप देने के लिये कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी क्योंकि कैग की रिपोर्ट पर भाजपा सरकार को घेरने की तैयारी में है.
दीक्षित ने कहा कि कैग रिपोर्ट के मिथक के बारे में हर कोई जानता है और यह भी जानता है कि सच्चाई क्या है. उन्होंने दावा किया कि कैग ने भी स्पष्ट किया कि महालेखापरीक्षक ने उन्हें दोषी नहीं ठहराया.
उन्होंने कहा, ‘‘कैग ने (पांच अगस्त को) संवाददाता सम्मेलन में इनकार किया कि मुख्यमंत्री के खिलाफ कुछ भी (दोष) नहीं पाया गया.’’ दीक्षित ने कहा कि पार्टी के सभी विधायकों को बैठक में शामिल किया गया ताकि विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा अगर कैग की रिपोर्ट को उठाती है तो वे सरकार का बेहतर तरीके से बचाव कर सकें. सूत्रों ने कहा कि बैठक का उद्देश्य उन्हें कैग की रिपोर्ट के बारे में बताना था.