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हाउसिंग ऋण घोटाले में एलआईसी अधिकारी और सात अन्य को गिरफ्तार

सीबीआई ने देश भर में सरकारी और निजी वित्तीय संस्थाओं के शीर्ष अधिकारियों द्वारा किए गए जा रहे हाउसिंग ऋण घोटाले का पर्दाफाश किया. सीबीआई ने एलआईसी के हाउसिंग फिनांस सीईओ और सात अन्य को भ्रष्टाचार और आपराधिक षड्यंत्र के आरोप में गिरफ्तार किया.

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सीबीआई ने देश भर में सरकारी और निजी वित्तीय संस्थाओं के शीर्ष अधिकारियों द्वारा किए गए जा रहे हाउसिंग ऋण घोटाले का पर्दाफाश किया. सीबीआई ने एलआईसी के हाउसिंग फिनांस सीईओ और सात अन्य को भ्रष्टाचार और आपराधिक षड्यंत्र के आरोप में गिरफ्तार किया.

एलआईसी एचएफ के सीईओ रामचंद्र नायर के अलावा गिरफ्तार किए गए लोगों में नरेश के चोपड़ा (एलआईसी के निवेश सचिव), बैंक आफ इंडिया :दिल्ली: के महाप्रबंधक आर एन तयाल, सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के निदेशक महिंदर सिंह जोहर, पंजाब नेशनल बैंक (दिल्ली) के उप महाप्रबंधक वेंकोबा गुज्जल शामिल हैं.

सीबीआई ने कहा कि मुंबई स्थित कंपनी मनी मैटर्स लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजेश शर्मा और इसके दो कर्मचारियों सुरेश गट्टानी और संजय शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया.

अधिकारियों ने निजी कंपनियों के साथ बड़े पैमाने पर कारपोरेट ऋण को मंजूरी देने के लिए कथित तौर पर सांठगांठ की और ऐसी मंजूरियों के लिए आवश्यक शर्तों की अनदेखी की एवं अन्य अनियमितताएं बरतीं. मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, जयपुर, कोलकाता और जालंधर सहित विभिन्न स्थानों पर सीबीआई की छापेमारी के बाद ये गिरफ्तारियां हुईं. छापेमारी में अनियमित दस्तावेज बरामद हुए.

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सभी आठ अभियुक्तों पर षड्यंत्र और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें आज सीबीआई की विशेष अदालत के समक्ष उपस्थित किया गया जहां से उन्हें 29 नवंबर तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया. सीबीआई ने इस मामले में पांच मामले दर्ज किए हैं.

इस परिप्रेक्ष्य में एलआईसी हाउसिंग फिनांस ने निवेशकों, ग्राहकों और व्यावसायिक सहयोगियों को आश्वस्त किया है कि इससे जुड़े विभिन्न लोगों एवं संस्थानों के हित पूरी तरह सुरक्षित रहें.

दिल्ली में वित्त मंत्रालय ने कहा कि वह आरोपी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के बारे में विचार कर रहा है.

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