कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजन समिति के पूर्व चेयरमैन सुरेश कलमाडी की गिरफ्तारी के बाद घटनाक्रम में तेजी से बदलाव हो रहे हैं. एक ओर कलमाडी को मंगलवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा, दूसरी ओर विपक्ष ने शीला सरकार पर हमले शुरू कर दिए हैं.
सुरेश कलमाडी की गिरफ्तारी के बाद अब यह सवाल उठने लगे हैं कि सीबीआई के शिकंजे में अगला शिकार कौन होगा. विपक्ष का निशाना सीधे-सीधे शीला सरकार पर है. केंद्र सरकार ने भी दिल्ली सरकार से भ्रष्टाचार में शामिल अफसरों की फेहरिस्त मांगी है, जो कॉमनवेल्थ खेलों में हुए भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार हैं.
मसला गरमाने के बाद दिल्ली सचिवालय में मीडिया के घुसने पर पाबंदी लगा दी गई. अब खेल के घोटाले पर हो रही कार्रवाइयों और गिरफ्तारियों के बारे में कुछ भी भरोसे के साथ कहना मुश्किल है. इसे देर आए, दुरुस्त आए कहा जाए, या फिर इसे सरकारी लेट-लतीफी का एक और नमूना करार दिया जाए?