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कोयला घोटाला: सीबीआई ने 1993 से आवंटन की जांच शुरू की

सीबीआई ने गुरुवार को 1993 के बाद से कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में प्रारम्भिक जांच दर्ज की. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रारम्भिक जांच अज्ञात लोकसेवकों और कुछ निजी कम्पनियों के खिलाफ है.

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सीबीआई
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सीबीआई ने गुरुवार को 1993 के बाद से कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में प्रारम्भिक जांच दर्ज की. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रारम्भिक जांच अज्ञात लोकसेवकों और कुछ निजी कम्पनियों के खिलाफ है.

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सीबीआई इस मामले में 2006 से 2009 के बीच की अवधि के लिए पहले से जांच कर रही है. उसने केंद्रीय सतर्कता आयोग के रेफरेंस पर 1993 से 2004 के बीच कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितता की जांच के लिए नई प्रारम्भिक जांच दर्ज की.

सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी अब 1993 के बाद से हर आवंटन का अध्ययन करेगी और कम्पनियों के निदेशकों से पूछताछ करेगी और उसके बाद कोयला ब्लॉक पर केंद्र और राज्य सरकार के नौकरशाहों से पूछताछ करेगी. एजेंसी कोयला मंत्रालय से आवंटन के हर चरण में शामिल अधिकारियों और मंत्रियों की सूची और सम्बंधित आंकड़े लेगी.

सीबीआई से यह भी पता करने के लिए कहा गया है कि 1993 से 2004 के बीच कोयला ब्लॉक आवंटन के लिए कम्पनियों का चुनाव करने के लिए किस प्रकार की प्रणाली तय की गई थी और क्या इस दिशानिर्देश का पालन किया गया था या नहीं और संयुक्त उपक्रम साझेदारों का चुनाव कैसे किया गया था.

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भारत के नियंत्रक और महालेखापरीक्षक ने हाल की रिपोर्ट में कहा था कि बिना नीलामी कोयला ब्लॉक का आवंटन करने से निजी कम्पनियों को 1.86 लाख करोड़ रुपये अतिरिक्त लाभ पहुंचाए जाने का अनुमान है.

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