दिल्ली की एक अदालत में उस समय भ्रम की स्थिति बन गयी जब सीबीआई ने रिश्वत के मामले में पकड़े गये दिल्ली नगर निगम (दिननि) के दो कर्मचारियों को पटियाला हाउस में पेश किया जबकि उन्हें तीस हजारी अदालत में एक अवकाश पीठ के सम्मुख पेश किया जाना था.
सीबीआई ने दिननि के दो कर्मचारियों आरोपी सुरिंदर सिंह मोर और मुखराम को सोमवार को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश तलवंत सिंह की अदालत में पेश किया जो 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों से संबंधित एक मामले की सुनवाई कर रहे थे. दोनों को 19 मई को रिश्वत लेते समय कथित तौर पर रंगे हाथों पकड़ा गया था.
हालांकि अदालतों में 13 जून से गर्मियों का अवकाश शुरू हो गया है लेकिन न्यायाधीश तलवंत सिंह ने अनेक महत्वपूर्ण मामलों के मद्देनजर 15 जून तक काम करने का फैसला किया. सीबीआई के अधिकारियों को अपनी गलती का पता तब चला जब अदालत के कर्मियों ने उनसे सवाल किया कि वे आरोपियों को सिंह के समक्ष पेश क्यों कर रहे हैं क्योंकि वे अवकाश न्यायाधीश नहीं हैं. इस मामले की सुनवाई विशेष न्यायाधीश संजीव जैन कर रहे हैं जो फिलहाल अवकाश पर हैं.