scorecardresearch
 

आदर्श हाउसिंग घोटाले के एफआईआर में अशोक चव्‍हाण का नाम

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने शनिवार को महाराष्‍ट्र के पूर्व मुख्‍यमंत्री अशोक चव्‍हाण सहित कुछ सेवानिवृत सेना अधिकारियों और महाराष्ट्र सरकार के नौकरशाहों पर आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले के संबंध में मामला दर्ज किया है.

Advertisement
X
आदर्श सोसाइटी बिल्डिंग
आदर्श सोसाइटी बिल्डिंग

Advertisement

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने शनिवार को महाराष्‍ट्र के पूर्व मुख्‍यमंत्री अशोक चव्‍हाण सहित कुछ सेवानिवृत सेना अधिकारियों और महाराष्ट्र सरकार के नौकरशाहों पर आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले के संबंध में मामला दर्ज किया है.

सीबीआई ने ऐसे समय पर यह मामला दर्ज किया है जब बंबई उच्च न्यायालय ने गत सप्ताह इस मामले की धीमी जांच के लिये उसकी कड़ी आलोचना की थी.

सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की प्राथमिकी में पूर्व मुख्‍यमंत्री अशोक चव्‍हाण सहित 13 लोगों के नाम हैं, जिसमें मेजर जनरल और ब्रिगेडियर रैंक के दो पूर्व वरिष्ठ सेना अधिकारी भी शामिल हैं.

एजेंसी ने गत वर्ष नवंबर महीने में प्राथमिकी जांच दर्ज की थी. मामला दर्ज करने का फैसला सबूतों पर कानूनी राय लिये जाने के बाद लिया गया. कानूनी राय में कथित रूप से फर्जी दस्तावेज बनाने और अपने आधिकारिक स्थिति का गलत इस्तेमाल करने वाले कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कही गई थी.

Advertisement

आदर्श मामले की सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति बी एच मारलापले बौर यू डी साल्वी की खंडपीठ ने सीबीआई से पूछा कि उसने मामला क्यों दर्ज नहीं किया.
अदालत ने कहा, ‘सीबीआई द्वारा मामले में प्राथमिक जांच शुरू करने के बाद दो महीने बीत चुके हैं. आपने (सीबीआई) अभी तक क्यों प्राथमिकी दर्ज नहीं की?’ कोलाबा के नजदीक बनी इस इमारत में सेना के दो पूर्व प्रमुखों जनरल दीपक कपूर और जनरल एन सी विज और पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल माधवेंद्र सिंह के फ्लैट हैं. हालांकि पूर्व प्रमुखों ने दावा किया है कि उन्होंने फ्लैट लौटा दिए हैं.

गौरतलब है कि केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्रालय ने 16 जनवरी को आदेश दिया था कि इस इमारत को तीन महीने के अंदर गिरा दिया जाये. उसने इस इमारत को गैर कानूनी और तटीय नियमों का उल्लंघन करके बनाई गई करार दिया.

प्रारंभ में कारगिल के नायकों और उनके संबंधियों को देने के लिये इस छह मंजिला इमारत को मंजूरी दी गई थी. लेकिन बिना आवश्यक अनुमति के इसकी उंचाई 31 मंजिला कर दी गई.

इस घोटाले के कारण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया.

Advertisement
Advertisement