एक के बाद एक नए घोटालों के बीच सीवीसी ने सीबीआई को कोयला ब्लॉक आवंटन की जांच करने का आदेश दिया है.
सीवीसी ने देश के मुख्य जांच एजेंसी को आदेश दिया है कि वह 1993 से लेकर अब तक हुए कोयला ब्लॉक आवंटन की जांच करे, जिसके बाबत उसे आदेश पत्र सौंप दिया गया है.
अब तक सीबीआई ने पांच कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज किया है और इसके मालिकों को इसमें नामित किया है. महाराष्ट्र कांग्रेस के दर्दा बंधु वो दो नाम हैं.
1993 से अब तक की होगी जांच
अब तक सीबीआई केवल 2004-2009 के बीच हुए कोयला आवंटन की जांच कर रही थी, जो यूपीए का पहला कार्यकाल था, जिसे बढ़ाकर 1993 तक कर दिया गया है. इस आदेश के बाद सीबीआई एनडीए में हुए कोयला आवंटन की भी जांच कर सकेगी.
इसी साल मई में बीजेपी के प्रकाश जावड़ेकर और हंसराज अहिर के कहने पर सीवीसी ने कोयला आवंटन के जांच की शुरुआत की थी. इसके बाद पिछले सप्ताह कोयला मंत्री जयप्रकाश जायसवाल ने भी सीवीसी को पत्र लिख कर इसकी जांच 1993 से करने की मांग की थी, जिसे आज मंजूर कर लिया गया.