पश्चिम बंगाल सरकार की शुरूआती आपत्ति के बावजूद केन्द्र सरकार ने ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना की सीबीआई से जांच कराने का बुधवार को निर्णय किया. इस दुर्घटना में 148 लोग मारे गए हैं. केन्द्र का तर्क है इस मामले की सीबीआई से जांच कराने के लिए राज्य सरकार की अनुमति की जरूरत नहीं है क्योंकि यह दुर्घटना रेलवे की संपत्ति पर हुई है.
एक अधिकारी ने कहा, ‘हमने इस मामले को सीबीआई को सौंपने का निर्णय किया है.’ जांच के दौरान सीबीआई को केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियां, रेलवे सुरक्षा बल और पश्चिम बंगाल सरकार सहयोग करेगी. अधिकारी ने कहा, ‘राज्य सरकार ने हमें आश्वासन दिया कि वह जांच में सहयोग करेगी.’ रेल मंत्री ममता बनर्जी इस दुर्घटना में पश्चिम बंगाल सरकार के ‘राजनीतिक षडयंत्र’ का संदेह करते हुए मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी.
उन्होंने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने इस दुर्घटना की सीबीआई से जांच कराने का निर्णय किया है. पश्चिम बंगाल सरकार ने सीबीआई जांच का विरोध करते हुए सोमवार को कहा था कि ‘दुर्घटना की सीआईडी जांच चल रही है और किसी और समानांतर जांच की आवश्यकता नहीं है.’
सोमवार को ही गृह मंत्री चिदंबरम ने कहा था कि यह घातक दुर्घटना तोड़फोड़ का नतीजा लगती है और संदेह की सूई माओवादियों की ओर इशारा करती है. उन्होंने यह भी कहा था कि रेल मंत्रालय सीबीआई की जांच चाहता है लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार इसके पक्ष में नहीं है.