दिव्य शक्ति का दावा करने वाले निर्मल बाबा को अब खुद कृपा की जरूरत पड़ सकती है. क्योंकि उनके खिलाफ कोर्ट ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे दिया है. बाबा पर इल्जाम है कि वो अपने अटपटे नुस्खों से धोखाधड़ी और ठगी कर रहे हैं.
भक्तों को अपने नुस्खों से सतरंगी सपने दिखाने वाले निर्मल बाबा अब पहुंच गए हैं कानून की जद में. लखनऊ की सीजेएम अदालत ने पुलिस को आदेश दिया है कि वो निर्मल बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करे. अदालत ने ये आदेश दो बच्चों आदित्य ठाकुर और तान्या ठाकुर की याचिका पर दी है. इन बच्चों ने 10 अप्रैल को लखनऊ के गोमती नगर थाने में निर्मल बाबा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.
लखनऊ की रहने वाली 16 साल की तान्या ठाकुर और 13 साल के आदित्य ठाकुर का आरोप है कि निर्मल बाबा अपने भक्तों को ऐसे नुस्खे बताते हैं जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है.
बाबा के भक्त भले ही इन नुस्खों से प्रभावित होते हों, आदित्य और तान्या ने थाने में लिखित शिकायत दी कि निर्मल बाबा सीधे-सीधे देश के लाखों लोगों को धर्म का भय दिखाकर, अपनी झूठी महत्ता दिखाकर और लोगों को बेवकूफ बनाकर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं. इस प्रकार की हरकतों से अंधविश्वास को भारी बढ़ावा मिल रहा है, प्रगतिशील विचारों को पीछे धकेला जा रहा है और पूरी तरह से ठगी की जा रही है.
पुलिस ने इस मामले में शिकायत तो दर्ज कर ली, लेकिन बच्चों को ठगी का शिकार मानने से इनकार कर दिया और धोखाधड़ी का केस दर्ज नहीं किया. इसके खिलाफ बच्चों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. जाहिर है, अब कोर्ट से बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का फैसला आने के बाद समागम पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.