पेट्रोल की कीमत में बढ़ोतरी के बाद अब सीएनजी भी महंगी हो गई है. सीएनजी की कीमतों में दो रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि की गई. कीमत मुख्य तौर पर डालर के मुकाबले रुपये में कमजोरी के कारण बढ़ाई गई जिसके कारण लागत बढ़ गई है.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वाहन और पाइप्ड रसोई गैस के तौर पर सीएनजी की आपूर्ति करने वाली इकलौती कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने कहा कि शुक्रवार आधी रात के बाद से सीएनजी दिल्ली में 32 रुपये प्रति किलो की कीमत पर मिलेगी, जिसकी मौजूदा कीमत 30 रुपये प्रति किलो है.
एक बयान में कहा गया कि इसी तरह एनसीआर के नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में सीएनजी की कीमतों में 2.30 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी की गई है. इन स्थानों पर सीएनजी शुक्रवार की मध्य रात्रि से 35.90 रुपये किलो की कीमत पर मिलेगी.
इस साल सीएनजी की कीमतों में की गई यह पांचवीं बढ़ोतरी है और इससे पहले 16 सितंबर को ईंधन की खुदरा बिक्री कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत 3.14 रुपये प्रति लीटर बढ़ाई थी.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के पूर्वी अपतटीय केजी- डी् गैस क्षेत्र से आपूर्ति में कमी के कारण महंगी आयातित एलएनजी खरीदने के लिए आईजीएल मजबूर है जिसके कारण उसे कीमत बढ़ानी पड़ी.
इसके अलावा रुपये के मूल्य में ह्रास के कारण कच्चा माल महंगा हो गया है. रिलायंस और सरकारी कंपनी गेल की प्राकृतिक गैस और आयातित एलएनजी और महंगी हो गई है.
सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ओएनजीसी और रिलायंस द्वारा उत्पादित घरेलू गैस की कीमत अमेरिका डालर में तय की है और जितनी बार रुपये में अमेरिकी डालर के मुकाबले कमजोरी आती है उपभोक्ताओं को ज्यादा भुगतान करना पड़ता है. रिलायंस और ओएनजीसी दोनों की गैस की कीमत 4.20 डालर प्रति एमएमबीटीयू (प्रति इकाई) तय की गई है.
इसके अलावा सरकारी कंपनी गेल, ओएनजीसी द्वारा उत्पादित गैस की बिक्री के संबंध में विपणन मार्जिन अमेरिकी डालर में वसूलती है. गेल का विपणन मार्जिन 0.11 प्रति एमएमबीटीयू है जबकि रिलायंस 0.135 डालर प्रति एमएमबीटीयू की दर से विपणन मार्जिन लेती है.