मनमोहन सिंह की मंत्रिपरिषद में रविवार को किए गए फेरबदल के बाद महिलाओं की संख्या बढ़कर 10 हो गई है. इससे पहले मंत्रिपरिषद में महिलाओं की संख्या आठ थी. फेरबदल में चार महिलाओं को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है जबकि दो ने फेरबदल से पहले इस्तीफा दे दिया.
मंत्रिपरिषद में फेरबदल के तहत चार महिलाओं को शामिल किया गया जिसमें एक को कैबिनेट का दर्जा दिया गया है जबकि तीन को राज्यमंत्री बनाया गया है. इस तरह मनमोहन मंत्रिपरिषद में दो कैबिनेट मंत्री, दो स्वतंत्र प्रभार वाली राज्य मंत्री और छह राज्यमंत्री हो गई हैं. इस तरह महिला मंत्रियों की कुल संख्या 10 हो गई.
चंद्रेश कुमारी कटोच एकमात्र महिला हैं जो कैबिनेट मंत्री के रूप में मंत्रिपरिषद में शामिल की गई हैं. एक तरह से देखा जाए तो उन्होंने कैबिनेट में पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी का स्थान लिया है. सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री के रूप में कुमारी शैलजा पहले से ही कैबिनेट में हैं. इस तरह कैबिनेट में अब दो महिलाएं हैं.
स्वतंत्र प्रभार वाली राज्य मंत्रियों में महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ और पर्यावरण मंत्री जयंती नटराजन शामिल हैं. राज्य मंत्री के रूप में तीन नए चेहरे को शामिल किया गया है. इनमें रानी नरह को जनजातीय मामले मंत्री, दीपा दाशमुंसी को शहरी विकास और क्रुपारानी किल्ली को संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री बनाया गया है.
डी. पुरंदेश्वरी को मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री की जगह वाणिज्य और उद्योग मंत्री बनाया गया है जबकि पानाबाका लक्ष्मी और परनीत कौर दो अन्य राज्यमंत्री हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की अगाथा संगमा ने फेरबदल से पहले इस्तीफा दे दिया था. उल्लेखनीय है कि लोकसभा में महिला सदस्यों का प्रतिशत जहां 11 फीसदी है वहीं राज्यसभा में यह प्रतिशत 10.7 प्रतिशत ठहरती है.