काफी समय से प्रतीक्षित केन्द्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार बुधवार शाम पांच बजे होगा. संकेत हैं कि सलमान खुर्शीद, जयराम रमेश और प्रफुल्ल पटेल को कैबिनेट मत्री का दर्जा मिल सकता है.
मई 2009 में दोबारा सत्ता में आने के बाद संप्रग-2 सरकार में मंत्रिपरिषद का यह पहला फेरबदल होगा. ऐसे संकेत हैं कि वित्त, गृह, रक्षा और विदेश जैसे चार बड़े मंत्रालयों में कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से करीब दो घंटे चर्चा की और बुधवार को होने वाले फेरबदल की कवायद को अंतिम रूप दिया.
सिंह से चर्चा के दौरान सोनिया के साथ उनके राजनीतिक सचिव अहमद पटेल भी मौजूद थे. शाम में पार्टी के वरिष्ठ नेता ओर वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने सोनिया से मुलाकात की.
पिछले कुछ दिनों से मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर अटकलें चल रही थी. प्रधानमंत्री की सोमवार शाम राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से मुलाकात के बाद इन अटकलों ने और जोर पकड़ा.
इस फेरबदल में एक से अधिक मंत्रालय देख रहे शरद पवार और कपिल सिब्बल जैसे मंत्रियों के विभाग कम हो सकते हैं. कृषि मंत्री शरद पवार से उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय लिया जा सकता है, जबकि कपिल सिब्बल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की जिम्मेवारी से मुक्त हो सकते हैं.