आजाद हिंद फौज की पहली महिला कैप्टन लक्ष्मी सहगल का कानपुर में निधन हो गया.
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की सहयोगी रही कैप्टन लक्ष्मी सहगल को दिल का दौरा पड़ने के बाद शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्हें बाद में हल्का मस्तिष्काघात भी हुआ.
कैप्टन सहगल पेशे से चिकित्सक हैं और सुभाष चन्द्र बोस की सहयोगी रह चुकी है और 1943 में आजाद हिंद सेना की रानी लक्ष्मी बाई रेजीमेंट में कर्नल थी. कैप्टन लक्ष्मी सहगल को 1998 में पद्मविभूषण सम्मान से भी नवाजा जा चुका है.
रदेश के कई मंत्रियों के अलावा केन्द्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल भी उनका हालचाल पूछने अस्पताल पहुंचे थे.