एक नई किताब में एक ऐसी बिल्ली के बारे में जानकारी दी गई है, जो अभी तक करीब 50 मामलों में बीमार व्यक्ति की मृत्यु की भविष्यवाणी कर चुकी है.
किताब की मानें, तो बिल्ली अब तक 50 मामलों में इस तरह की भविष्यवाणी कर चुकी है. एक नर्सिंग होम में रहने वाली यह बिल्ली ऐसे मरीजों के पास बैठ जाती है, जिनकी मृत्यु करीब होती है. ब्राउन यूनिवर्सिटी के जराविज्ञानी डॉ. डेविड डोसा ने अपनी किताब, ‘मेकिंग राउंड्स विद आस्कर: दि एक्ट्राऑर्डिनरी गिफ्ट आफ एन आर्डिनरी कैट’ में कहा है कि पिछले पांच साल के दौरान बिल्ली ‘ऑस्कर’ बहुत कम मामलों में गलत साबित हुई है. ‘द डेली टेलीग्राफ’ ने किताब के हवाले से कहा है कि ऐसे मरीजों के बारे में यह बिल्ली कई बार नर्सिंग होम के कर्मचारियों को भी गलत साबित कर चुकी है जिनके बारे में माना गया कि वे मृत्यु के करीब नहीं हैं.
ऑस्कर नाम की यह बिल्ली अल्झाइमर्स और पारकिंसन रोगों का उपचार करने वाले र्होड द्वीप के स्टीयर हाउस नर्सिंग एंड रीहैबिलिएशन सेंटर की डिमेंशिया यूनिट में पली है. डॉ. डोसा ने ऑस्कर के बारे में सबसे पहले 2007 में ‘न्यू इंग्लैंड जरनल ऑफ मेडिसिन’ में लेख प्रकाशित कराया था.
किताब में कहा गया है कि सफेद बिल्ली ऑस्कर नर्सिंग होम के एक कमरे से दूसरे कमरे तक घूमती रहती है और उन मरीजों के अलावा किसी के पास नहीं बैठती, जिनकी मृत्यु करीब होती है.
किताब के अनुसार ऑस्कर अगर किसी ऐसे मरीज के कमरे के बाहर से गुजरे, जिसकी मृत्यु करीब है तो वह उस कमरे का दरवाजा पीट कर उसमें घुसने की कोशिश करती है. किताब में डॉ. डोसा ने अपनी बात को पुष्ट करने के लिए उदाहरण भी दिए हैं. उन्होंने कहा है कि एक बार अस्पताल कर्मचारियों ने ऑस्कर को ऐसे मरीज के पास बैठाया, जो उनके अनुसार मरने वाला था, लेकिन ऑस्कर वहां से ‘कूदकर’ दूसरे कमरे के एक मरीज के पास बैठ गई.
डॉ. डोसा के अनुसार दूसरे मरीज की उसी दिन मौत हो गई, जबकि कर्मचारियों ने जिस मरीज की मृत्यु का अनुमान किया था वह दो दिन और जीवित रहा. डॉ. डोसा का कहना है कि वह और उनके सहयोगी ऑस्कर की भविष्यवाणी पर विश्वास करते हैं और इसी वजह से ऐसे मरीज के परिवार को भी पहले से सचेत कर देते हैं.