मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने इस बात से इंकार किया कि मोतीहारी में केन्द्रीय विश्वविद्यालय को मंजूरी देने पर केन्द्र सरकार ने इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस बारे में राज्य के साथ आपसी विचार विमर्श कर कोई फैसला किया जायेगा.
सिब्बल ने कहा कि बिहार में केन्द्रीय विश्वविद्यालय के मामले में केन्द्र सरकार का अभी तक यह रूख रहा है कि इसे ऐसी जगह बनाया जाना चाहिए जिससे राज्य के अधिक से अधिक छात्रों को उसका लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि इसके लिए पटना, गया और नालंदा जैसी जगहों के नाम सुझाये गये हैं.
उन्होंने कहा कि इस संबंध में बिहार के मुख्यमंत्री के साथ कई बार पत्रों का आदान प्रदान हो चुका है और विचार विमर्श जारी है.
सिब्बल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चार केन्द्रीय विश्वविद्यालय हैं और राज्य को शिक्षा के मामले में केन्द्र की ओर से पर्याप्त आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है.
इससे पूर्व उच्च शिक्षा के मुद्दे पर आधे घंटे की चर्च में भाग लेते हुए भाजपा के राजीव प्रताप रूढ़ी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री ने मानव संसाधन विकास मंत्री को मोतीहारी में केन्द्रीय विश्वविद्यालय बनाने के लिए कई बार पत्र लिखे. लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री की बात पर शायद इसलिए ध्यान नहीं दिया कि वे पत्र हिन्दी में लिखे गये थे.
बसपा के नरेश अग्रवाल ने केन्द्र पर उत्तर प्रदेश के साथ शिक्षा के मामले भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य की आबादी को देखते हुए वहां और केन्द्रीय विश्वविद्यालय खोले जाने चाहिए और उसे ज्यादा आर्थिक मदद देनी चाहिए.