बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने केंद्र सरकार पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र ने जातिगत एवं राजनीतिक विद्वेष की वजह से राज्य के विकास के लिए धन नहीं दिया.
अंतिम दौर के मतदान से पहले लखीमपुर खीरी में एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए मायावती ने कहा, ‘केंद्र सरकार ने बसपा सरकार के साथ जातिगत और राजनीतिक विद्वेष के चलते केंद्रीय कोटे का धन नहीं दिया.’
मायावती ने जोर देकर कहा कि केंद्र के सौतेले व्यवहार के बावजूद सरकार ने अपने सीमित संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए सूबे का विकास किया. बसपा की सरकार ने किसानों के हितों का हर स्तर पर पूरा ख्याल रखा है. खासतौर से गन्ना किसानों के लिए काफी अच्छे कदम उठाए गए. गन्ना किसानों के बकायों का भुगतान स्वयं किया.
मायावती ने कहा कि किसानों की हितैषी होने का दावा करने वाली केंद्र सरकार ने किसानों के साथ केवल धोखा किया है. बसपा के कार्यकाल में बिजली बिल भी माफ किए गए. प्रदेश के किसानों की बेहतरी के लिए नई भूमि अधिग्रहण नीति लागू की गई.
उन्होंने कहा कि सर्व समाज के नारे पर चलते हुए राज्य की सरकार ने पांच वर्षो के भीतर लगभग एक करोड़ लोगों को रोजगार मुहैया कराया. बिजली के क्षेत्र में भी बसपा की सरकार ने महत्वपूर्ण काम किए हैं. कुछ ही वर्षो के भीतर जनता को 24 घंटे बिजली मिलेगी.