गैर कांग्रेस शासित राज्यों के साथ भेदभाव किये जाने का आरोप लगाते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि केंद्र सरकार संविधान के संघीय स्वरूप को तहसनहस कर रही है.
जनचेतना यात्रा: आडवाणी के बयान और तस्वीरें
आडवाणी ने कहा, ‘संप्रग सरकार संविधान के संघीय ढांचे को समाप्त करने में लगी हुई है. इसने जांच एजेंसियों को खुला छोड़ दिया है.’ भ्रष्टाचार के खिलाफ जन चेतना यात्रा के दौरान कांग्रेस नीत संप्रग सरकार पर सत्ता के मद में चूर होने का आरोप लगाते हुए आडवाणी ने कहा कि भ्रष्टाचार की घटनाएं प्रधानमंत्री की नाक के नीचे हुई हैं.
लालकृष्ण आडवाणी की जन चेतना यात्रा शुरू | वीडियो देखें
आडवाणी ने कहा, ‘यह हमारी राज्य सरकारों को परेशान करने की कोशिश कर रही है और विशेष तौर पर वित्तीय मामलों में उनके साथ भेदभाव कर रही है.’ उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह राष्ट्रीय विकास परिषद की दिल्ली में हुई बैठक में प्रधानमंत्री को राज्यों की ओर से विरोध का सामना करना पड़ा.
तस्वीरों में देखें लालकृष्ण आडवाणी का जीवन | आडवाणी की रथयात्रा
उन्होंने कहा, ‘पिछले सप्ताह राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक में गैर कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारों ने इस प्रकार के भेदभाव के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की थी. तमिलनाडु के प्रतिनिधि ने केंद्र सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों का जबरदस्त विरोध किया था.’
कमजोर व अनिर्णायक हैं प्रधानमंत्री: आडवाणी
भाजपा नेता ने दावा किया कि संप्रग की सहयोगी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश के साथ तीस्ता जल की हिस्सेदारी के बारे में विचार विमर्श नहीं करने की शिकायत की. आडवाणी ने कहा कि इसी प्रकार से मध्यप्रदेश सरकार राष्ट्रीय राजमार्गो का रखरखाव करने में विफल रही क्योंकि सड़क परिवहन मंत्रालय ने राजमार्गो की मरम्मत करने का अधिकार राज्य प्राधिकार से वापस ले लिया.
गुजरात का हवाला देते हुए आडवाणी ने आरोप लगाया कि केंद्र ने नरेन्द्र मोदी सरकार को निष्क्रिय बनाने का यथासंभव प्रयास किया.
उन्होंने कहा कि भाजपा केंद्र सरकार का संविधान के संघीय ढांचे को समाप्त करने का कुत्सित प्रयास कभी सफल नहीं होने देगी.