संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को माफी देने से संबंधित प्रस्ताव जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पेश करने वाले विधायक ने आज कहा कि विधानसभा अगर प्रस्ताव को पास करती है तो केंद्र को इस पर अति प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करनी चाहिए.
शेख अब्दुल राशिद ने कहा, ‘विधानसभा में अगर अफजल गुरु पर प्रस्ताव पारित होता है तो दिल्ली को पाला नहीं मार जाना चाहिए.’ वह उत्तर कश्मीर के लांगाते विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
राशिद ने कल विधानसभा सचिवालय में एक प्रस्ताव देकर गुरु को माफी देने की मांग की. वर्ष 2001 में संसद पर हमला करने के मामले में अफजल गुरु को मौत की सजा मिली हुई है.
विधायक ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि या तो सत्तारूढ़ नेशनल कांफ्रेस या विपक्षी पार्टी पीडीपी प्रस्ताव लाएगी.
उन्होंने पूछा, ‘अगर तमिलनाडु की मुख्यमंत्री (जे. जयललिता) प्रस्ताव (राजीव गांधी के हत्यारों को माफी देने के लिये) पेश कर सकती हैं और पंजाब के मुख्यमंत्री (प्रकाश सिंह बादल) प्रधानमंत्री को देविंदर पाल सिंह भुल्लर को माफी के लिये पत्र लिख सकते हैं तो अफजल गुरु पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के ट्विट पर इतना हल्ला..हंगामा क्यों?’
राशिद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस मुद्दे पर उनके रुख का उमर समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि मुख्य धारा से जुड़ीं बड़ी राजनीतिक पार्टियां इस मुद्दे पर एक साथ आएंगी.’