केन्द्र सरकार पर ‘पुराने जमाने के लाट साहब’ जैसा बर्ताव करने का आरोप मढ़ते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि एनसीटीसी का गठन केन्द्र को सर्वव्यापी शासक और राज्यों को निर्भर दास के रूप में दर्शाने की सोची समझी रणनीति है.
नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लडा़ई के लिए स्पष्ट नजरिये और मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति की आवश्यकता है. इसके लिए रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए गंभीर नजरिया चाहिए.
उन्होंने कहा कि हिस्से हिस्से में किये गये प्रयासों से हम अपेक्षित लक्ष्य नहीं हासिल कर सकेंगे. पूर्व के प्रयासों और कार्रवाइयों की व्यापक समीक्षा किये बिना हम एजेंसियों और संगठनों का गठन तो कर देंगे लेकिन वे अपना उद्देश्य हासिल करने में विफल रहेंगी.
नरेंद्र मोदी ने केन्द्र और राज्य के बीच संबंधों की संविधान के तहत प्रदत्त और अच्छी तरह परिभाषित सीमाओं को बदलने का आरोप मढा. साथ ही कहा कि हाल के कुछ घटनाक्रम संघीय ढांचे के खिलाफ जाते हैं, मसलन रेलवे सुरक्षा बल कानून, बीएसएफ कानून में संशोधन. केन्द्र सरकार पुराने जमाने के लाट साहब की तरह काम कर रही है.
उन्होंने केन्द्र से आग्रह किया कि वह मौजूदा राजनीतिक वास्तविकताओं के अनुरूप चले और घुमा फिरा के सरकारी आदेश के जरिए राजनीतिक जगह हासिल करने के बारे में अपना सोचने का ढंग बदले.