गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद से लड़ने के मामले को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुये कहा कि उसकी कमजोर नीति की वजह से आतंकवादियों को भारत पर हमला करने के लिये प्रोत्साहन मिलता है.
मुंबई में बुधवार को हुये तिहरे बम धमाकों के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर सरदार वल्लभभाई पटेल जिंदा होते तो निर्दोष लोगों को अपनी जिंदगी नहीं गंवानी पड़ती और आतंकवादियों को अब तक फांसी पर लटकाया जा चुका होता.
गौरतलब है कि सरदार पटेल देश के पहले गृह मंत्री थे और उन्हें ‘लौह पुरुष’ के नाम से जाना जाता था. सरदार पटेल विश्वविद्यालय में आयोजित एक समारोह में मोदी ने कहा, ‘आज की केंद्र सरकार की कमजोर नीति के कारण आतंकवादियों को अपनी मर्जी से भारत पर हमला करने के लिये प्रोत्साहन मिलता है.’
उन्होंने कहा, ‘अगर सरदार पटेल जिंदा होते तो उन आतंकवादियों को जिसे अदालत फांसी की सजा सुना चुकी हैं उन्हें अब तक फांसी पर लटकाया जा चुका होता.’ मोदी ने कहा कि देश के लोग चाहते है कि आतंकवादियों के साथ सख्ती से निपटा जाये.
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के लिये मानवाधिकार की बात बेमानी है क्योंकि उन्हें मानव कहना कठिन है. उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार सांप्रदायिक हिंसा को लेकर विधेयक लाने के प्रति उत्साहित है लेकिन उसके पास आतंकवाद को खत्म करने के लिये समय नहीं हैं.’