कार्यवाहक कप्तान सुरेश रैना का मानना है कि वेस्टइंडीज दौरे पर सीनियर क्रिकेटरों की गैर मौजूदगी युवाओं के लिये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित करने का सुनहरा मौका है.
रैना ने टीम की रवानगी से पहले नये कोच डंकन फ्लेचर के साथ प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवाओं के लिये यह सुनहरा मौका है. मुझे उम्मीद है कि वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे.’ भारतीय टीम वनडे में गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, विश्व कप के प्लेयर आफ द टूर्नामेंट युवराज सिंह के बिना खेलेगी जो चोट के कारण बाहर हैं. इसके अलावा नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, सचिन तेंदुलकर और तेज गेंदबाज जहीर खान को आराम दिया गया है.
रैना ने कहा, ‘टीम की कप्तानी करके मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. मैं टीम से खुश हूं जिसमें रोहित शर्मा, मनोज तिवारी, एस बद्रीनाथ, शिखर धवन जैसे कई अच्छे बल्लेबाज हैं.’ पांच वनडे मैचों के लिये टीम की कमान संभालने वाले इस 25 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा, ‘बद्रीनाथ ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बहुत अच्छा खेला है और वह टीम में जगह पाने का हकदार है. उम्मीद है कि वह वेस्टइंडीज में अच्छा खेलेगा.’
भारतीय टीम चार जून को पोर्ट आफ स्पेन में टी 20 मैच के साथ दौरे की शुरूआत करेगी. कोच फ्लेचर ने कहा कि उन्होंने इंग्लैंड का कोच रहते रोटेशन प्रणाली को अपनाया जिसकी अधिकारियों ने निंदा भी की थी.
जिम्बाब्वे के इस कोच ने कहा, ‘जब मैं इंग्लैंड में था तो मैने सीनियर खिलाड़ियों को आराम देने की रोटेशन प्रणाली अपनाई थी. इंग्लैंड में अधिकारियों ने इसकी काफी निंदा की. व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए रोटेशन जरूरी है.’ गैरी कर्स्टन के जाने के बाद भारतीय टीम के कोच का पद संभालने वाले फ्लेचर का यह पहला दौरा है. उन्होंने कहा, ‘भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है. मेरा काम इन युवाओं को तैयार करना है.’
क्लब बनाम देश विवाद के बारे में पूछने पर फ्लेचर ने कहा कि यह क्रिकेट तक ही सीमित नहीं है. उन्होंने कहा, ‘आधुनिक खेलों में ऐसा ही होता है. हमें यह सुनिश्चित करना चाहिये कि सारे खिलाड़ी फिट हैं.’ रैना ने कहा कि भारतीय टीम ने पिछले तीन साल में अच्छा प्रदर्शन किया है.
उन्होंने कहा, ‘दबाव हमेशा रहता है और हमने दबाव में अच्छा खेला है. पिछले तीन साल में हमने अच्छा प्रदर्शन किया है और विश्व कप भी जीता. यह रणनीति पर अमल करने की बात है. हमें अपना स्वाभाविक खेल दिखाना होगा.’ फ्लेचर ने कहा कि वेस्टइंडीज टीम भले ही 70 या 80 के दशक की तरह खतरनाक नहीं हो लेकिन उन्हें यह दौरा आसान नहीं लगता.
उन्होंने कहा, ‘अपनी सरजमीं पर खेल रही किसी भी टीम को हराना कठिन है. हमें आत्ममुग्धता से बचना होगा.’ फ्लेचर ने स्वीकार किया कि इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया को उनकी सरजमीं पर हराना उनके लिये सबसे बड़ी चुनौती है लेकिन फिलहाल फोकस कैरेबियाई दौरे पर है.
उन्होंने कहा, ‘हम इंग्लैंड को इंग्लैंड में और आस्ट्रेलिया को आस्ट्रेलिया में हराना चाहते हैं. लेकिन प्राथमिकता वेस्टइंडीज दौरा है. ज्यादा आगे की सोचने की जरूरत नहीं है. युवा खिलाड़ियों में क्षमता है और इस दौरे से यह साबित हो जायेगा.’ रैना ने कहा कि वेस्टइंडीज के पास कीरोन पोलार्ड और ड्वेन ब्रावो जैसे कुछ अच्छे हरफनमौला हैं.
क्रिस गेल की संभावित वापसी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि उनकी टीम के पास वेस्टइंडीज के इस खतरनाक सलामी बल्लेबाज से निपटने के लिये आर अश्विन है. उन्होंने कहा, ‘हमारे पास अश्विन है. हमारे लिये यह अच्छी चुनौती होगी.’ उन्होंने कप्तानी के गुर सिखाने के लिये अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़ और महेंद्र सिंह धोनी का शुक्रिया अदा किया. रैना ने कहा, ‘मैने अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़ और धोनी से कप्तानी के बारे में बहुत कुछ सीखा है. उन्होंने काफी ईमानदारी से कप्तानी की है.’