भगवान भास्कर की आराधना का चार दिवसीय महापर्व छठ के तीसरे दिन व्रत करने वालों ने मंगलवार की शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया. इससे पहले दूसरे दिन दिन भर व्रत करने वालों ने निर्जला उपवास रखने के बाद खरना में रोटी एवं खीर का भोग लगाया और पूजा-अर्चना की.
‘नहाय-खाय’ के साथ शुरू हुए लोक आस्था के इस पर्व पर दूसरे दिन व्रत करने वालों ने दिनभर निर्जला उपवास रखने के बाद खरना में रोटी एवं खीर का भोग लगाया और पूजा-अर्चना की. बुधवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण के साथ यह पिछले चार दिनों से चला आ रहा यह व्रत पूरा हो हो जाएगा.