छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र को वायु सेवा से जोड़ने का फैसला किया है.
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में घरेलू विमान सेवा में बस्तर को एयर-टैक्सी से जोड़ने की प्रक्रिया तेज कर दी है. राज्य सरकार ने जगदलपुर के विमानतल को राष्ट्रीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (नेशनल एयरपोर्ट अथॉरिटी) को देने का निर्णय भी किया है.
अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में राज्य के विमानन सचिव आर.एस.विश्वकर्मा और संचालक विमानन सुबोध सिंह समेत रायपुर के माना विमानतल के नियंत्रक अनिल रॉय और चार अन्य अधिकारियों ने पिछले दिनों जगदलपुर के विमानतल का जायजा लिया. विमानतल की लंबाई और चौड़ाई माप कर वहां एटीसी टॉवर, हैंगर निर्माण की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया गया. इस दल ने विमानतल की लंबाई बढ़ाने को लेकर भी स्थानीय अधिकारियों से चर्चा की.
उन्होंने बताया कि बस्तर को विमान सेवा से जोड़ने के लिए राज्य सरकार पिछले चार सालों से प्रयासरत है. इसी के तहत राज्य सरकार ने राज्य में बस्तर और सरगुजा को राजधानी से विमानसेवा द्वारा जोड़ने के उद्देश्य से घरेलू विमान सेवा प्रारंभ करने की घोषणा की थी लेकिन राज्य के छ: विमानतलों में सुरक्षा और संसाधनों की कमी के चलते भारत सरकार के नागरिक विमान सेवा के महानिदेशक ने इन विमानतलों को लाईसेंस देने से मना कर दिया था.
इसके चलते घरेलू विमान सेवा की योजना लंबित रही. अब राज्य सरकार ने सभी विमानतलों में सुविधाएं जुटाने की कवायद शुरू की है.