केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम ने शुक्रवार को कहा कि वे 'अत्यंत दुखी' हैं. गृहमंत्री ने विपक्ष द्वारा एक व्यवसायी के खिलाफ मामला वापस लेने के लिए पद का दुरुपयोग करने के आरोपों को भी खारिज कर दिया.
चिदम्बरम ने अधिवक्ता के तौर पर होटल व्यवसायी के मामले की न्यायालय में पैरवी की थी. उन्होंने विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा, 'मुझे अत्यंत दुख हुआ है. मैं आधारहीन आरोपों को कड़ाई से खारिज करता हूं.'
चिदम्बरम ने कहा कि अधिवक्ता के तौर पर उनके द्वारा लड़े गए मामलों में से किसी एक के साथ भी वर्तमान में कोई भी लाभ नहीं जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा, 'चालीस साल में लड़े गये 25,000 मामलों के साथ मेरे हित जीवन भर नहीं जुड़े रह सकते.'
गृह मंत्री ने कहा कि विपक्ष के आरोप हास्यास्पद हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने होटल व्यवसायी एस.पी. गुप्ता के खिलाफ मामला वापस लेने से सम्बंधित फाइल एक बार देखी थी. मैंने मंत्रालय को इस मामले में कोई भी निर्देश न देने को कहा था.'
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चिदम्बरम पर 'हितों के संघर्ष' का आरोप लगाते हुए दो दिनों से संसद में कामकाज ठप्प कर दिया है. भाजपा ने आरोप लगाया है कि गृहमंत्री ने अपने पूर्व मुवक्किल का पक्ष लेते हुए उसके खिलाफ मामला वापस लेने के लिए पद का दुरुपयोग किया.