राष्ट्रपति वेन जिआबाओ की नई दिल्ली यात्रा को भारत चीन संबंधों में ‘बड़ा घटनाक्रम’ करार देते हुए चीन ने कहा कि यात्रा के दौरान जम्मू कश्मीर के निवासियों को नत्थी वीजा जारी करने और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता जैसे विवादित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
वेन की भारत और पाकिस्तान की यात्रा के बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए चीन के सहायक विदेश मंत्री हू झेंग्यूए ने कहा, ‘हम किसी भी मुद्दे पर चर्चा की संभावना से इंकार नहीं करेंगे. वीजा जैसे मुद्दों पर मेरा मानना है कि दोनों देशो के कार्यकारी स्तर के कर्मी इस पर बातचीत करेंगे.’
भारतीय अधिकारियों ने इससे पहले कहा था कि चीन ने इस मुद्दे का समाधान निकालने का वादा किया था. मीडिया में ऐसी भी रिपोर्ट आई कि जम्मू कश्मीर के कुछ निवासियों को नियमित वीजा जारी किए गए.
रक्षा विनिमय को उस वक्त रोक दिया गया था जब चीन ने शीर्ष सैन्य अधिकारी भारतीय जनरल बीएस जसवाल को इस आधार पर वीजा देने से इंकार कर दिया कि वह जम्मू कश्मीर में सेना की अगुवाई करते हैं जिसे चीन विवादित क्षेत्र मानता है.
{mospagebreak} चीन के सहायक विदेश मंत्री हू झेंग्यूए ने कहा कि तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन द्वारा बनाये जा रहे प्रस्तावित बांध से भारत में पानी की उपलब्धता प्रभावित नहीं होगी. यह पूछे जाने पर कि क्या हाल की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता का अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा द्वारा समर्थन किये जाने के आलोक में यह मुद्दा वेन जिआबाओ की यात्रा में उठेगा तो हू ने कहा कि वेन भारतीय नेताओं के साथ बातचीत में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.
चीन द्वारा समर्थन देने पर स्पष्ट कहने से किनारा करते हुए हू ने कहा, ‘इस मुद्दे पर भी हमारी बातचीत होगी. ऐसा पहली बार नहीं है कि इस मुद्दे पर बातचीत होगी. हम दोनों देशों ने कई बार इसपर अपने विचारों का आदान प्रदान किया है. हमनें अपना रूख साफ कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बढ़ती भूमिका को देख हम खुश हैं.’ उन्होंने कहा कि वेन की दिल्ली की तीन दिवसीय यात्रा को चीन ‘भारत-चीन रिश्तों में बड़े घटनाक्रम’ के तौर पर देखता है.
ब्रह्मपुत्र नदी पर प्रस्तावित बांध पर हू ने कहा, ‘चीन और भारत के बीच बहुत अच्छे संपर्क हैं और हमारे संबंधों के विकास पर ये बाधा नहीं बनेंगे तथा नदी की धारा पर आश्रित लोगों का जीवन इससे प्रभावित नहीं होगा.’
भारत और अमेरिका के बीच उभरते करीबी संबंधों पर हू ने कहा कि राष्ट्रपति वेन की यात्रा के दौरान कई सारे समझौतों पर दस्तखत किये जाएंगे लेकिन इसका भारत अमेरिकी संबंधों से कोई लेना देना नहीं है.