चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ की हालिया शिकागो यात्रा से स्थानीय तिब्बती और उनके समर्थक नाराज हैं.
शिकागो हिल्टन के बाहर 20 जनवरी को दस हजार से ज्यादा लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, जहां चीन के राष्ट्रपति अपने प्रवास के दौरान ठहरे थे.
हू की शिकागो यात्रा के दौरान अमेरिकी कंपनियों ने अपनी चीनी समकक्षों के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए.
‘बुद्धिस्ट व्यू इंटरनेशनल के संस्थापक और शिकागो में ताइबेतन अलायंस ऑफ शिकागो के सदस्य सुलतिम गाबतक ने कहा, ‘चीनी, कोरियाई, तिब्बती और अमेरिकी प्रदर्शनकारियों में से लगभग 99 फीसदी छात्र थे. इनमें कुछ भारतीय भी थे.’
ताइबेतन अलायंस ऑफ शिकागो के अध्यक्ष लोबसांग वांगडाक ने बताया, ‘चीन अमेरिका के साथ कारोबार के जरिए संबंधों को मजबूत करना चाहता है. हम संदेश देना चाहते हैं कि कारोबार ही प्रमुख मुद्दा नहीं है. अमेरिकियों के लिए स्वतंत्रता का महत्व है, इसलिए उन्हें कारोबार के लिए स्वतंत्रता नहीं बेचनी चाहिए.’
वांगडाक ने यह भी कहा कि चीनी मानवाधिकार कार्यकर्ता और जेल में बंद नोबेल पुरस्कार से सम्मानित लिउ जियाबाओ की रिहाई के बारे में कोई नहीं बोल रहा है.