सिगरेट के धुएं के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विपरीत असर को लेकर आपको पहले से ही जानकारी होगी, लेकिन अब एक नये अध्ययन के मुताबिक सिगरेट के धुएं की जद में आए किशोरों में सुनने को खतरा अन्य लोगों के मुकाबले दोगुना होता है.
न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के एक अध्ययन में 12 से 19 साल के 1500 किशोरों को शामिल किया गया. अध्ययन में पाया गया कि जो किशोर परोक्ष धूम्रपान का सामना करते हैं, उनमें श्रवण शक्ति के ह्रास होने का खतरा ज्यादा होता है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, सिगरेट का धुआं शरीर के उन हिस्सों में खून की आपूर्ति को प्रभावित करते हैं, जिससे व्यक्ति के लिए भाषा समझ पाना मुश्किल हो जाता है. इसका असर शैक्षणिक जीवन पर भी पड़ता है.
अध्ययन करने वाले दल के अगुवा डॉ. माइकल विट्जमैन ने कहा, ‘‘यह ऐसी हानि है जो उम्र बढने के साथ बढती जाती है.’’