सितंबर में पद छोड़ने का प्रस्ताव दे चुके संकट से घिरे राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक के समर्थकों और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों में बुधवार को झड़प हो गयी और प्रदर्शनकारियों ने मिस्र के राष्ट्रपति से तुरंत इस्तीफा देने को कहा. बताया जाता है कि मिस्र में झड़प के दौरान 500 लोग घायल हुए हैं.
हिंसक झड़पें होने और मुबारक से तुरंत पद छोड़ने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों से सेना के ‘घर लौटने’ को कहने के बाद मिस्र में तनाव और बढ़ गया है. देश में बीते नौ दिन से जारी संकट खतरनाक मोड़ ले चुका है.
मध्य काहिरा स्थित तहरीर स्क्वेयर में मुबारक विरोधियों पर पेट्रोल बम फेंके जाने की खबर है. अरबी टीवी चैनल अज जजीरा ने खबर दी कि दोनों पक्षों के बीच झड़प में करीब 500 लोग घायल हुए हैं. पश्चिमी देशों के कुछ पत्रकारों के साथ भी बदसलूकी की गयी है.
सेना के एक प्रवक्ता ने टेलीविजन के जरिये संदेश में प्रदर्शनकारियों से लौट जाने को कहा ताकि अरब के सर्वाधिक आबादी वाले देश में जनजीवन सामान्य हो सके.
सेना की यह घोषणा उसके रुख में आये आमूलचूल बदलाव को दर्शाती है क्योंकि बीते दो दिन से उसने प्रदर्शनकारियों को इकट्ठा होने की इजाजत दी थी और कल काहिरा के मध्य में स्थित तहरीर स्क्वेयर पर ढ़ाई लाख प्रदर्शनकारी जमा हो गये थे.{mospagebreak}
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सेना ने मुबारक के खिलाफ निकाली जा रही रैली में हवाई फायर किये. समझा जाता है कि सेना ने मौजूदा विरोध प्रदर्शन के दौरान पहली बार इस तरह की कार्रवाई की है.
मुबारक के हजारों समर्थक घोड़ों और उंटों पर सवार होकर चाबुक लहराते हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमले कर रहे हैं. मिस्र में पूरी तरह से अराजक स्थिति हो गयी जहां दोनों पक्ष एक-दूसरे पर पथराव कर रहे हैं. इस बीच, मिस्र सरकार ने कहा है कि सत्ता हस्तांतरण तुरंत करने की दूसरे देशों की अपीलों से तनाव और बढ़ेगा.
अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने जहां मुबारक से तुरंत पद से हटने और सत्ता हस्तांतरण का मार्ग प्रशस्त करने को कहा है, वहीं मिस्र के विदेश मंत्रालय ने अपीलों को सिरे से खारिज कर दिया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हसम जाकी ने एक बयान में कहा, ‘दूसरे देश मिस्र में तुरंत सत्ता हस्तांतरण के जिस दौर को शुरू करने की बात कह रहे हैं, उसे खारिज किया जाता है.’ टेलीविजन के जरिये दिये संदेश में मुबारक ने कहा कि वह सितंबर में होने वाले चुनाव में छठीं बार राष्ट्रपति बनने की उम्मीदवारी नहीं करेंगे लेकिन तुरंत पद से इस्तीफा भी नहीं देंगे.