मिस्र की राजधानी काहिरा में स्थित तहरीर चौक पर सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच नए सिरे से झड़प हुई है. बीते 24 घंटों के दौरान यहां कम से कम 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,700 से अधिक घायल हुए हैं.
पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने का प्रयास किया. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सैन्य शासक सत्ता असैनिक सरकार को सौंप दें. इसी तहरीर चौक पर हुए ऐतिहासिक प्रदर्शनों के बाद तानाशाह हुस्नी मुबारक को सत्ता छोड़नी पड़ी थी.
बीते शुक्रवार को सेना के विराध में एक रैली भी निकाली गई थी. इसके बाद से ही प्रदर्शनकारी यहां जमा हुए हैं. प्रदर्शनकारियों का जोर देश में जल्द से जल्द असैन्य शासन व्यवस्था लाने का है.
सरकारी टेलीविजन चैनल ने दिखाया कि तहरीर चौक पर चारों ओर धुआं फैला हुआ था. यह दृश्य आंसू गैस के गोले छोड़े जाने की वजह से दिखा.
इससे पहले आज एक स्थानीय चैनल ने खबर दी थी कि सुरक्षा बलों और तहरीर चौक पर मौजूद प्रदर्शनकारियों के बीच समझौता हो गया है. समझौते में काहिरा की उमर मकराम मस्जिद के इमाम शायक मजहर शाहीन की मध्यस्थता को महत्वपूर्ण बताया गया था. कहा गया था कि समझौते के मुताबिक प्रदर्शनकारी तहरीर चौक पर मौजूद रहेंगे और सुरक्षा तटस्थ क्षेत्र में रहेंगे.
इस समझौते का सुबह ऐलान किया गया, हालांकि हिंसक झड़पों में कम से कम 13 लोग मारे गए हैं और 1,700 से अधिक घायल हुए हैं.
उधर, कई अन्य शहरों से भी विरोध प्रदर्शनों की खबर है. अलेक्जेंड्रिया में सुरक्षा बलों ने कम से कम 80 लोगों को गिरफ्तार किया है. केना शहर में भी सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है.